स्वर्णिम दर्पण

(Kumar dhananjay suman) #1
भोलू___अरे पछली कोरोना लहर म तो ये भारतवासी यु करने के मूड म आ गये थे ।हर जना माक लगा रहा था । अरे माक वह जो
मुंह बांधने का कपड़ा सा होता है । री बना कर रहने लगे थे। सुना है पूरा देश बंद कर के बैठ गये थे
ढोलू__पछले साल मेरा पूरे महीने म एकाध बार आना होता था । महामारी क दवाई भी बना ली थी तो अब ये कस वजह से हमारी
हालत बगड़ रही है? य भाई तुमने या सुना है?
भोलू__अरे या बताऊं ,इन लोगो को लगा दवाई बना ली है तो अब हम तो यु जीत ही गये है ।पूरा देश फर से शादय म जाना , नाच-
गाना, होटल म खाना , बड़े बड़े समारोह करना , बना माक के घूमना ,सारे आयुवदक नुखे भुला कर पहले जैसे ही फाट-फूड खाना
मलना जुलना , घूमना चालू कर दया । फर देखते देखते मरीज क सुनामी आ गई और हमारी यह हालत हो गई ।दर दर भटक रहे ह इन
मरने वाल के चकर म ।
ढोलू__ वैसे इन इसान क लापरवाही ही तो इनको मरवा रही है ,जब तक शरीर सही होता है उसक जरा भी परवाह नह करते ह ।
केवल पैदा होते ही कैसे यादा से यादा कमाये बा,ये ही बे को सखाने म जुट जाते ह। रात दन केवल मांये ब को पढ़ता देखना
चाहती है। "खेलोगे कूदोगे तो होओगे खराब , पढ़ोगे लखोगे तो बनोगे नवाब "ऐसे जुमले सुनाते रहते ह ।

भोलू___अरे मने तो इसानी मांओ को देखा है , कूल से घर आते ही बे को पढ़ने बठा देती है , फर शाम को ूशन भेजती है फर रात


म फर से पढ़ाती है ।
खेलना कूदना,कसरत जैसी बात तो ये भूल ही चुके ह । इनक आयु चालीस साल होगी पर बाड़ी सर साल जैसी खटारा हो रही है ।
ढोलू__अरे बेईमानी तो इतनी भरी पड़ी है इन इसान म क यह पता चल रहा है क कसी इजैन से जान बच सकती है तो उसी
इजैन और दवाईयो क काला बाजारी कर रहे ह।बीमार पड़े लोग से गुने ,तगुने दाम वसूल रहे ह।
ाणवायु जो ये इसान सांस के साथ लेते ह उसक भी काला बाजारी हो रही है । अपना मरीज लाओ _अपना सलडर लाओ ।
भोलू क बड़ी बड़ी आंख भय और आय से कुछ यादा ही चौड़ी हो गई ।
ढोलू__याबताये? इसान क इस करतूत से जसके ाण नह लेने होते ह वो भी खुद नकल जा रहे ह , बना हमारे ाण नकाल ही
आमाये शरीर छोड़ रही है और अताल म भटक रह ह।
भोलू___अरे !ये तो बड़ी भयंकर त है ।हैड एजट को पता चलेगा तो हमारा या ह होगा?
दोनो के माथे पर भय से पसीना साफ चमकने लगा ।
अरे! अब या कर हे भु!
ढोलू__अरे पहले ही ओवर वक से "हालत"ख़राब है और तू है क चता बढ़ा रहा है , मैने तो यहां तक सुना है क कसी पुराने यम एजट से
हैड एजट ने पूछ कर इस चता का भी "तोड़"नकल लया है।
भोलू__या नकाला है , जद बता लीज़!
ले काम पर फर चढ़े , बत सुता लए ।
ढोलू___सुना है कसी नेता क आमा ने बताया है क काला बाजारी क वजह से बना मतलब जो आमाएं शरीर से नकल गयी है,उनको
यही कह अडराउड म बांध कर रख छोड़गे, फर धीरे धीरे कभी कभी एकाध को ले जाया करगे जससे पता भी नह चलेगा और काम
बन जाएगा ।
भोलू__हां ठक ही है , मुसीबत भी तो इन इसान क वजह से आयी है तो राता भी इनसे ही सीखना पड़ेगा।
ढोलू भोलू दोन ही अपना सग वाला मुकुट पहन कर भस को ऐड लगाने म जुट गए ।

समात

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