यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1



स्तक को ऩढ़ने व सभझने का नजरयमा


आऩको हभाये हय वैऻाननक ववश्रेषण प्रथभ दृष्ट्रिमा नकायात्भक (नेगेटिव) रगेंगे। मह वततभान भें वास्त


ष्ट्स्थनत के कायण व रगाताय

उसी टदशा भें फढ़ते यहे तो ऩरयणाभ क्मा ननकरेगा वो फताने से भहस


स मा आबास होता है। इसभें आगे सभस्मा को ऽत्भ कयने के

लरए बववरम की फात कयी गई है। इन्हे एक साथ सभाटहत कयने ऩय सभस्माओ से हिकय एक आदशत सभाज व व्मवस्था साभने आती

है।



स्तक भें सभाटहत सबी भाभरे को एक स


चि / इॊडेक्स भें ऩेज क्रभाॊक के साथ दशातमा गमा है। इसके आगे टिप्ऩणी अरग कॉरभ भें

लरखी गई है ताकक आऩको ऩता िर सके की उसका ककताफ के शीषतक के साथ कौनसा उद्देश्म ऩ


या होता है।

क्रभाॊक ऩ


ष्ठ

नॊफय

आरेख, वैऻाननक-ववश्रेषण व शीषषक टिप्ऩणी

1

कवय ऩेज बायतीम रोकताष्ट्न्िक व्मवस्था के अऩडेि

का एक प्रारूऩ भाि

मह हभने यारिऩनत भहोदम को बेज (President-

House, Letter Reference

No.P1/D/1908110208, Dated 19- 08 - 2011 )

यखा है। इसके उप्ऩय यारिऩनत सचिवारम की भोहय व

आचधकायक साईन है अथातत


हभ व्मवस्था को अऩडेि

कयने की हवाई फाते नहीॊ कय यहे अवऩत




यी मोजना

हभाये ऩास है।

2

कवय ऩेज

के ऩीछे

का बाग

प्रनतऻा वतभत ान के अन


साय देशवालसमों के लरए मह प्रनतऻा है

जो उन्हें प्रनतटदन ऑनराइन वोटिॊग अचधकाय की टदशा

भें रे जाती है फेशतत भीडडमा को सॊवैधाननक िेहया व

़ान


नी अचधकाय लभरे

3

3 - 11




स्तक को ऩढ़ने व सभझने का

नजरयमा



स्तक भें सभाटहत सबी भाभरे की एक स


चि / इॊडेक्स,

आऩको ऩता िर सके इसलरए टिप्ऩणी अरग कॉरभ

भें

4 12 - 13

मटद भ ैंयारिऩनत होता! प्रस्तावना, मह ऩ


स्तक ककस आधाय, सोि व लसद्ाॊत ऩय

वैऻाननक-ववश्रेषणों को सॊकलरत कयी गई हैं ताकक

कान


नी उरझन व शॊशम खत्भ हो जामे |

5 14 – 15

"सभम" की सभझ बफना ववकास व आदशत

सभाज असॊबव

एक यारिऩनत होने के नाते भैं शासन को सभम के

अन


रूऩ कैसे सभझता ह


ॉ व आगे ककस तयह सफका

सभन्वम कय उन्ननत का भाग तप्रशस्त करूॊगा |

6 15 - 17

मे आयऺण की आग यारिीमता के टहत

भें है.....

रोगों की सोि के अन




र आगे क्मा होगा उसका

अन


भान रगाना व मोजनाओॊ की रूऩयेखा का आधाय

कैसे फनता हैं वो इससे सभझना हैं ।

7 17 - 20

ववऻान की नजय से ऐसा होगा

आयऺण का बववरम!

सॊववधान के सॊयऺक होने के नाते भेया कततव्म व

जवाफदेही क्मा यहेगी व भ


झ ेक्मा कयना ऩडगे ा वो आऩ

इससे सभझ सकते हैं ।

8 20 - 21

हभायी बववरम की सोि के ढाॊिे भें

कपि फैढ़ता अवाडत रौिने का लसरलसरा

हय भाभरे को अऩने सभथतन मा ववयोध भें देखने की

फजाम उसे रोगों की सोि के स्तय ऩय कैसे देखना हैं वो
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