यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
नहीॊ.....

नमे याज्मऩारों कीॊ ननम


ष्ट्क्त भें उन रोगो को शालभर कयना जीने उम्र के कायण िदॊ टदनो ऩ


वत ही भॊिी ऩद से ववदाई

कयना बायतीम रोकतॊि भें लसद्ाॊतो को लसय नीिे व ऩैय ऊऩय कयके रिकाने जैसा है....

..... आऩ स्वमॊ सोिे ऩद फढ़ा, ष्ट्जम्भेदायी फढ़ी, भेहनताना फढ़ा ऩय ष्ट्जस शायीरयक ऺभता, प्राक


नतक ननमभ व भानलसक

ववकास का आधाय फना कभ ष्ट्जम्भेदायी वारा ऩद नहीॊ सम्बारने टदमा गमा उसे औय फड़ा दानमत्व दे टदमा | िऩयासी,

अचधकायी, करेक्िय इत्माटद से 58 वषत मा 60 वषत कीॊ उम्र भें ववदाई ऩय ज्मादा फड़े ऩद व ष्ट्जम्भेदारयमो भें कोई

नैनतकता एवॊ कतव्तम नही.......ॊ

ववऻान कीॊ बाषा भें एक सवतभान्म अथत ननकारे तो मही ननकरता है ......... रोकताॊबिक प्रकक्रमा भें सॊवैधाननक ऩद व


ष्ट्जम्भेदायी ष्ट्जतनी ज्मादा होती है उनऩय फैठने वारे अऩने अधी नस्थ रोगो से शायीरयक तौय ऩय कभ फ


वद् व सॊक


चित

भानलसकता के होते है......

बायत नहीॊ द


ननमा के सबी देशों भें रोकतन्ि फफातद हो ि


का हैं मटद उसे स


धाया नहीॊ गमा तो व ध्वस्त / धायाशाही हो

जामेगा । इसको अऩडिे / सभमान




र कयने का तयीका, प्रान व लसद्ाॊत सबी हैं ऩयन्त


उसे राग


कयना कोई नहीॊ

िाहता.... सबी फीभायी खत्भ कयने के फजामे फीभायी का योना योकय अऩनी योिीमाॊ सेकने भें रगे हैं ।

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


बायत के ऩास द



फाया "ववश्वग



रु" फनने का प्रभाण सटहत प्रान ऩय इसके ब्द्जम्भेदायो भें फनान े


की ईच्छा शब्द्क्त नही.....


खफय:- द


ननमाबय भें रोकताॊबिक देशो के अॊदय सयकायों के णखराप उठता ग


स्सा व ववरोह

सफसे शष्ट्क्तशारी भाने जाने वारे देश अभेरयका भें बी वहाॉ के रोकतॊि के णखराप रोगो भें क्रोध ऩैदा हो यहा है |

वततभान भें यारिऩनत ि


नाव ह


मे तो अऩने कामतकार को ऩ


या कय जाने वारे यारिऩनत फयाक ओफाभा ने रोकतॊि को

फिाने की अऩीर कय डारी |

नमे यारिऩनत के िमन के फाद वहाॊ उनके णखराप ष्ट्जस तयह से ववयोध प्रदशतन ह


आ व ववशेषऻमो द्वाया ि


नावी प्रकक्रमा

के ऩ


यानी व कभजोय होने का प्रश्न खड़ा कयना अऩने आऩ भें फह


त फड़ा सॊकेत कयता है |



ननमा के कई देशो भें सयकायों व यारि के सवोच्म ऩद ऩय कामतत प्रधानभॊिी व यारिऩनत के णखराप जनता का ख


रा

ववरोह ह


आ है | ष्ट्जसभे कटहमो को तो ऩद से जाना ऩड़ा व कान


न सजा बी ब


गतनी ऩड़ी |

वऩछरे एक दशक से तकनीक का ष्ट्जस यफ़्ताय से ववकास ह


आ व हो यहा है उसने कई ऩैभानों के दामये ही फदर डारे |

मे सबी ककसी बी रोकतॊि भें व्मवस्था के रूऩ भें शालभर नहीॊ ह


मे है | इनका इस्तेभार क


छ हद ह़ काभकाज भें हो

यहा है ऩयन्त


मे व्मस्था ननभातण का टहस्सा आजतक नहीॊ फन ऩामे है |

सभम के साथ रोगो की सोि ववकलसत ह


ई व अफ ऩ


यी व्मवस्था की कामतवाही को आखो के साभने होता देखना िाहता

है |
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