यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
अफ बी सभम है यारिीम-सॊफोधन के टदशा-ननदेश साफ़ कय टदमे जामे | मटद यारिऩनत-भहोदम सीधे तौय ऩय ऩद की

गरयभा फिाने भें ननसहाम सभझते है तो सॊवैधाननक अचधकाय के तहत उच्ितभ न्मारम के भ


ख्म न्मामाधीश से कान



सराह भाॉग रे |

मटद आॉख, नाक, कान फॊद कके ि


प्ऩी साधी गई तो आने वारे सभम भें कोई बी व्मष्ट्क्त इस यारिीम -सॊफोधन का

इस्तेभार कय फह


त फड़ा घोिारा, साष्ट्ज़श व ननजी स्वाथत को अॊजाभ दे सकता है व कपय उसे योकने का प्रमास ककमा

गमा तो "यारिीम-ध्वज" व "यारि-गान" की सायी भमातदामे स्वाहा हो जामेगी ....... इसफाय बी आयोऩों की बयभाय व

ि


नावों भें जीत के लरए इवेंि-भैनेजभेंि के रोगो को हामय कयने के िेंड से इसके होने की सॊबावना A+ ग्रेड की है.....

हभायी स्वत् ि


िने वारी असरी लसरयजॊ की पाईर (Letter Reference No.P1/D/1908110208.Dated 19- 08 -

2011 ) ष्ट्जस ऩय अष्ट्न्तभ ननणतम रेने के लरए यारिऩनत-भहोदम वऩछरे 5 वषत से अचधक


त है ......... उसे रे लरमा जाता

औय प्रनत लभननि एक ईसान की भौत के रह


से "सभम" को ना यॊगा जाता तो आज "यारिऩनत-ऩद" का िीयहयण नहीॊ

होता | अफ बी ि


प्ऩी साधी गई तो फह


त जल्दी ऩ


यी द


ननमा के साभने इस ऩद का ननवस्ि वारा ननरतज िेहया साभने

आ जमेगा |

नोि:- ववऻान के लसद्ान्त इस तकत ऩय ववश्वास नहीॊ कयते की उसने ऎसा ककमा इसलरए हभने बी वैसा ककमा क्मोकक

गरत का अन


सयण कयना बी गरत होता है व अऩने आऩ को अमोनम साबफत कयना |

इस ककताफ को आऩ एक यारि ऩनत का अष्ट्न्तभ फमान भाने, इससे ऩता िर जामेगा की देश भें जो बी भहत्तवऩ


णत

असॊवैधाननक कामत की श


रूआत ह


ई, नई गरत ऩयम्ऩया फनाई गई वो सफ उनकी गरती, नाकाभी, ि


प्ऩी का ऩरयणाभ थी

इसलरए ननिरे स्तय से श


रू ह


ई गरती से द


रऩरयणाभ टदखने भें सभम रगता हैं जफकक उच्ित भ स्तय से कयी गई

गरती व्मवस्था को फडी तेजी से ववघटित कय नरि कयने का काभ कयती हैं ।

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


बायतीम रोकतॊत्र की ईजजत हभने र


िी...... सॊववधान की धब्द्जजमाॉ हभने उड़ाई ।


खफय:- टदवॊगत ऩ


वत यरिऩनत प्रणफ भ


खजी की िचितत ककताफ "द प्रेलसडेंलसमर इमसत" रयरीज

मह ककताफ ब


तऩ


वत यारिऩनत भहोदम प्रणफ भ


खजी की बाषा व प्रधानभॊिी श्ी नयेंर भोदी को साथ रेकय ख


रेआभ िीख-

िीख कय कह यही है कक बायतीम रोकतॊि की ईज्जत हभने र


िी...... सॊववधान की धष्ट्ज्जमाॉ हभने उड़ाई।



तऩ


वत यारिऩनत ने लरखा ननयॊक


श थे भोदी बफना सराह कय दी नोिफॅंधी औय कदभ उठाने के फाद उनसे सभथनत भाॉगा

गमा था। अफ सफसे फड़ा प्रश्न मह खड़ा होता है कक याष्ट्रिम सम्फोधन कयने का अचधकाय लसपत यारिऩनत भहोदम का

होता है प्रधानभॊिी लसपत प्रेस काॊफ्रेंस कय सकते है तो नोिफॅंधी की घोषणा याष्ट्रिम सम्फोधन से कय सॊववधान की
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