यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1

11 - 2016 के ऑफ़ एमय को ककमा स्थचगत


हभन ेऩहरे ही लरखा था कक मह "रोकतन्ि भें अलबव्मष्ट्क्त की आजादी के झण्ड, े इसके स्तॊबों की वितस्व की जॊग,

कान


नों के प्रनत न्माम व बायतीम जनता की सयकाय (न की याजनैनतक ऩािी की सयकाय) के बववरम का खेर है जो अफ

सयकाय की तायीख से न रुकने वारे सभम भें ज्मादा ख


री व धयातर ऩय आ जामेगी ........... औय ऩ


ये लसस्िभ को

अॊदय से खोखरा व यसातर भें रे जामेगी क्म


ॉकक इसे फनामे यखने को ष्ट्जम्भेदाय यारिऩनत भहोदम ऩाॉि वषों से अऩने

ऩास यखे उऩाम (Letter Reference No.P1/D/1908110208.Dated 19 - 08 - 2011) को प्रनत लभनि भय यहे एक


ईंसान के फाद बी फाहय नहीॊ ननकार यहे है........

# भीडडमा के कई िैनर सजा के टदन धरैकआउि कयके िीवीॊ स्क्रीन ऩय "सॊदेश/नोटिस" की कॉऩी कयके सजा को ववयोध

के रूऩ भें टदखाके अऩने को सफसे फड़ा फतान ेकी ि


नौती दे डारी है

# सयकाय ने लसफ़त कदभ वऩछे णखिे है भाभरा खत्भ नहीॊ ककमा है व सवोच्म अदारत के पैसरे के फाद ऩ


न् नमे

फदराव के साथ स


प्रीभ कोित की ढार फनाके अऩने आऩ को सफसे फड़ा फतान ेकी कोलशश कयेगी व ऩहरे के कई

अवसयों की बाॉनत कान


न के भसौदा फनाने के अचधकाय की धभकी देगी.....

# याजनैनतक ऩाटितमों ने अऩने-अऩने खेभेफाजी को तम कयके जनता के प्रनतननचध को "ववप्ऩ" के जरयमे अऩनी यस्सी से

फाॉधे यखने के ग


रुय तरे ववधानमका (सॊसद) को सफसे फड़ा फताने का दभ बयेगे......

# न्मामऩालरका ही सफसे फड़ी है औय उसके आदेश बफना कोई क


छ नहीॊ कय सकता मह बाव स


प्रीभ कोित अऩनी

कामतवाही भें अऩनी टिप्ऩणणमों से जाटहय कयेगा व तायीख ऩय तायीख के अचधकाय से सभम को णखि सफको ऩॊग


फना



री ि


नौती देगा......

देश की स


यऺा, जनता का अचधकाय, सेना का भनोफर, अलबव्मष्ट्क्त की आजादी सबी एक तयप धकेर टदमे जामेगे

लसफ़त इनका इस्तेभार ज


भरों कक तयह सबी फाय-फाय कयके अऩने को जनता की सयकाय का असरी टहतैषी

फतामेगे.............. मटद ककसी एक फात ऩय ननणतम हो गमा तो िॊद टदनो की ि


प्ऩी के फाद कोई न कोई स्तम्फ अऩना

झण्डा रेकय ह


काय बयेगा....

बायत भें मह भ्राष्ट्न्त पैरी ह


ई हैं औय इस े हय याजनीनत से ज


ड़ें व्मष्ट्क्त ने यामत े की तयह पैराई हैं कक सयकाय का

असरी शासक प्रधानभॊिी होता हैं औय उसके अन


साय ही सफक


छ काभ होता हैं । इस कायण अफ हभ प्रधानभॊिी की

सोि व कामों को शालभर कय यहे हैं ष्ट्जसे यारिऩनत हय यारिीम ऩवत ऩय आकय अऩना फतान ेकी यस्भअदामगी कयते हैं ।

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


ना-च


ना "देश व ववकास" के नाभ ऩय जनता को फपय रगा टदमा च


ना


खफय: - 70 वे स्वतॊिता टदवस ऩय यारिऩनत ने याष्ट्रिम-सम्फोधन भें व प्रधानभॊिी ने रार ककमे की प्रािीय से 2022 भें न्म


-

इॊडडमा का सऩना टदखामा
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