biranishri
(Biranishri)
#1
यारिीम स्तय ऩय भीडडमा का रगाताय प्रसायण श
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रू हो जाता है हभाये ववशेषऻ एवॊ अऩनी ऩािी की सयकाय कहने वारे
तथाकचथत रोग बायत को ऩहरे द
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ननमा को िेताने का याग जऩने रग जाते है | दो - िाय ववश्व नेताओ के साथ पोिो
टदखा बायत की फढ़ती ताकत का अहसास कयाने रग जाते है......
................ द
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सये देश अऩनी जरुयत के सभम मा अन्म देशो ऩय जवाफी कामतवाही कयते सभम बायत की थोड़ी सी फढ़ाई
कय दे तो हभ प
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र के क
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ऩा हो जाते है औय हभाये ननणातमक छाती नाऩने भें रग जाते है कक वो 56 इॊि की है मा 57
इॊि की मा 80 से ज्मादा की..... ऩयन्त
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आतॊक का िास से छाती ऩीि यही जनता अऩनी छाती वऩिती ही यहती
है........... बायत के ष्ट्जम्भेदायों को अऩनी छाती का असरी आबास तफ होता है जफ महाॉ कोई हभरा होता है तो जवाफी
कामतवाही के नाभ ऩय उन देशो की प्रनतकक्रमा आती है.....
मे सफ घिनामे तो फस गोरभार हो गई है फस हभ एक फॊद गोरे भें "कोहर
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के फैर" की तयह घ
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भते - घ
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भते क्मा
हालसर कय रेंगे ...... इस ऩय एक ऩोस्ि हभने 04 भई 2011 को 04:26 PM ऩय डारी थी ......... उसे ही हभने 24
अगस्त 2014 को द
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फाया ऩरयणाभ के रूऩ भें पॉयवडत कयी जफ अभेरयका ने ऩाककस्तान भें घ
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सकय बफन-रादेन को भाया
था........
आज हभ कपय वो ही ऩोस्ि शेमय कयेंगे जफ फ़्ाॊस ऩय आतॊकवादी हभरा ह
ु
आ व कायवाही के रूऩ भें सीरयमा ऩय हवाई
हभरे औय आभतौय ऩय ववश्व अथतव्मवस्था ऩय केंटरत यहने वारे जी- 20 सम्भरेन बी आतॊकवाद ऩय कामतवाही के भ
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ऩय केंटरत हो गमा.....
हभ इस ऩोस्ि को आगे होने वारे बववरम के आतॊकवादी हभरो ऩय म
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ही ऩोस्ि कयते यहेंगे ...... क्म
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की सि को
लभिामा नहीॊ जा सकता व आज के म
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ग भें जफ अॊनतभ ऩरयणाभ ही भामने यखता हो.......
"बायत आतॊकवाद के णखराप कोई कामवत ाही नहीॊ कय सकता ........"
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ननमा के द
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सये देशो भें शयण लरए आतॊकवाटदमों ऩय कोई कामतवाही नहीॊ कय सकता जैसे म
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नाइिेड स्िेि अभेरयका
कयता है | ऩैसे की ताकत ही वो िाफी है जो आतॊकवाद ऩय प्रनतफॊद रगाने मा सैननक व लभसाइर हभरे की कामतवाही
के फाद उठे प्रश्नो का जवाफ होती है |
ऩैसो की ताकत आती है वल्ड त िेड आगेनाइजशे न (WTO के भाध्मभ से ऩेिेंि अचधकायों से औय ऩेिेंि आत े है नई
िेक्नोरॉजी व अववरकायों से .....
बायत के ष्ट्जम्भेदाय रोग अचधकाॊश भाभरों भें इस सेक्िय को तवज्जो नहीॊ देत े है........ बायतीम ऩेिेंि रेरे उसके फाद
जफ ऩैसे के कभाई का सभम आता है तो द
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सये देश बायत के वैऻाननको औय अन
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सन्धान को खयीद रेते है मा अन
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फॊद
से अऩने अधीन कय रेते है |
अन्त भें बायत के रोग ही अऩनी िेक्नोरॉजी का ऩैसा द
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सये देशो को राइसेंस पीस मा उत्ऩाद खयीद के देते है औय
अऩने टदर व आत्भा को मह तसल्री देते है कक इस तकनीक का वैऻाननक हभाये देश भें ऩैदा ह
ु
आ था........
सत्माऩन ..... ...... ... - -
ऩीओके भें आतॊकवादी कैम्ऩ ऩय बायतीम सेना के सब्द्जषकर स्राइक भें बी झरकी आऩके