यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
व्मवस्था को िौऩि कयने का साया खेर लसफ़त एक टहदॊ ी के शधद का अॊग्रेजी भें गरत अन


वाद कयना है मा एक ारत

टहदॊ ी के शधद को प्राथलभकता फना उसका अॊग्रे

े़

जी अन


वाद कय देना है | सच्िाई मह है कक प्रधानभॊिी व भॊबिभॊडर का

सभ


ह जो याजनैनतक ऩाटितमों के भाध्मभ से जनता द्वाया ि


नके आते है वो "कामतऩालरका" कहराते जो सबी ववबागों का

नेत


त्व कयते है |

इसभें सवातचधक अचधकाय प्रधानभॊिी के होते है क्मोकक वो इस "कामतऩालरका" के प्रभ


ख है | "सयकाय" शधद याजशाही भें

याजा के लरए प्रम


क्त होने वारा िाि


कारयता वारे सॊफोधनों का ऩमातम शधद ज्मादा रगता है जो एक व्मष्ट्क्त द्वाया सबी

रोगो के "सय" ऩय अच्छा मा फ


या ननमभ रगाने का ह़दाय था | इस "सयकाय" शधद को अॊग्रे

े़

जी भें फदरकय गवभेन्ि

कया मा गवभ


न्ि शधद का टहन्दी अथत "कामतऩालरका" लसखाने की जगह रोगो को "सयकाय" यिवा डारा |

रोकताॊबिक तयीके ऩय नोिफॊदी का ऐरान लसफ़त यारिऩनत यारि-सॊफोधन के रूऩ भें कयने का हक यखते है | इसके फाद

उसे आभ रोगो के लरए ननमभ ऩरयवततन कय मा ऩहरे के ननमभों भें स


गभ तयीके से कक्रमान्वन कयने का काम त

प्रधानभॊिी प्रभ


ख वारे "कामतऩालरका" का है | इस नोिफॊधीॊ भें तो कयीफन िाय घॊिे ऩ


वत यारिऩनत को जानकायी दी गई |

सॊवैधाननक रूऩ से नोिफ


धी के सावतजननक रूऩ से घोषणा कयने का अचधकाय रयजवत फकैं के गवनतय का है क्मोकक भ


रा

वारे नोिों ऩय उनके साइन होते है औय आभ जनता को विन बी वो ही देते है | उनके विन के वऩछे उनके ऩास यखा

सोना होता है | इस फड़े पैसरे से आभ रोगो भें उथर-ऩ


थर ना भिे व ऩ


यी रोकताॊबिक व्मवस्था तहस-नहस न हो

जामे इसलरए अफ प्रधानभॊिी जो "कामऩत ालरका" के प्रभ


ख है उनका अचधकाय फनता है कक नमे ननमभ व टदशा ननदेश को

फतामे | मटद एक साथ बी सावतजननक रूऩ से नोिफॉधी का ऐरान कयते तो बी न्मामोचित था, यारि के भ


द्दे ऩय सेना

के तीनों अॊगों का एकसाथ सावतजननक रूऩ से भीडडमा के भाध्मभ से जनता को जानकायी देना इसका सवतऺेरठ उदाहयण

है |

वततभान नोिफॉधी भें तो ऩ


यी रोकताॊबिक व्मवस्था ही लसफ़त "कामतऩालरका" के ननिे आगई ऎसा प्रतीत होता है व ऩ


या

ढाॉिा ही बफखय गमा हो ...... इससे ऩहरे की नोिफॊदी बी इसी दामये भें आती है |

बायत सटहत द


ननमा के कई देशों भें ऩहरे बी नोिफॉधी हो ि


की है | इसका कोई ववश्रेषण साभने नहीॊ यखा गमा कक

क्मो फॊद कये, इस कदभ के फाद क्मा ऩयेशानी ह


ई, वततभान ऩरयष्ट्स्थनत भें क्मा-क्म कटठनाई होगी व उसका उऩाम क्मा

होगा | मह सफ सऩने भें बी नही ॊसोिा गमा प्रतीत होता है |

फौवद्क ऺभता को नकाय के "प्रक


नत के ननमभ" के साथ ही क


ठायाघात ककमा गमा है क्मोकक वोि से लसफ़त प्रनतननचध

ि


न रेने के फाद अनऩढ़ मा कभ लरखे-ऩढ़ें को सफसे फ


वद्भान वारा भान कय फ


वद्जीवी रोगो को ऩीछे धकेर रोकतॊि

की जड़ों को खोदने का कामत कई वषों ऩ


वत ही श


रु हो गमा है |

मह वैऻाननक-ववश्रेषण तो हभाये द्वाया यारिऩनत को बेजे असरी एड़ी-लसरयॊज की आववरकाय वारी पाईर (Letter


Reference No.P1/D/1908110208.Dated 19- 08 - 2011) भें सबी दस्तावेजों के सॊकरन से जो व्मवस्था का प्रारूऩ


उबय के साभने आमा उससे आसानी से सभझ भें आ जाता है, ष्ट्जसे कोई बी साभान्म ऩढ़ा-लरखा तो क्मा अनऩढ़

ईंसान बी सभझ जाता है ऩयन्त


मह फात यारिऩनत-भहोदम को वऩछरे 4 वषत 6 भाह से सभझ भें नहीॊ आ यही है

इसलरए अचधक


त होने के फाद बी अॊनतभ ननणतम नहीॊ रे यहे है |

हभ तो ऩहरे ही फता ि


के है कक ऐसा टदख यहा है भानो कोई टहॊदी कफ़ल्भ िर यही है ष्ट्जसभें याजा को फॊदी फना यखा
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