biranishri
(Biranishri)
#1
कहता है कक उन्हें वही कयना है जो सयकाय कहती है, स्वमॊ का वववेक को ऩहरे ही अऩने घय छोड़ कय आना होता है |
वैऻाननक-ववश्रेषण श
ु
रू से कहता आ यहा है कक बायतीम सभाज भें एक ही अछ
ू
त है वो याजनेता है | मह ऩ
ू
या जनता
के 9000 कयोड़ रेकय बागने का भाभरा आगे जाकय इसी को सत्मावऩत कयेगा | कौन ककस ऩािी का है मह कोई
भामने नहीॊ रगता |
यापार ववभान सौदे भें रोकतन्ि के िायों स्तम्ब ध्वस्त हो गमे | इसको फाय-फाय सयकाय से सयकाय का सभझौता
कहकय सबी को भ्रलभत व भाभरे को यपा -दपा कयने की कोलशश कयी गई | सयकाय से सयकाय का सभझौता वारी
दरीर व लसद्ाॊत ही वैऻाननक-ववश्रेषण की नजय भें ववऻान के लसद्ाॊतो ऩय बाषाशैरी की फड़ी गरती व हभायी ऩािी की
सयकाय कहने वारों का झ
ु
ठा ग
ु
फाय हैं । इसलरए आगे के साये तकत व फातेंआधाय बफना हवा हवाई हैं अत : उन ऩय फात
कयना ही फेईभानी हैं ।
आऩ वैऻाननक-ववश्रेषण "अरोकताॊबिक तरयके से 500 व 1000 के फड़े नोिों को फॊद कयने व नमे 500 व 2000 के
नोिों का ऐरान ह
ु
आ!" को ऩढ़े तो सभझ जामेंगे की "कामतऩालरका" को टहन्दी से अॊग्रेजी मा अॊग्रेजी से टहन्दी के
िाॊसरेशन भें सयकाय कहकय ऩ
ू
ये सॊववधान का ग
ु
ड़-गोफय कय यखा हैं । सॊववधान की हय फात को व्माख्मा के नाभ ऩय
उल्िा-सीधा कया जा यहा हैं । अफ फात आती हैं यारिऩनत की जो सॊववधान सॊयऺक हैं उनकी ि
ु
प्ऩी व सेना प्रभ
ु
ख के
नाते बी ववभान सौदे ऩय ि
ु
ऩ यहना लसपत मही भ
ु
हावया सत्मावऩत कयता हैं अॊधेयी नगयी िौऩि याजा....
मह ऩोस्ि उस सभम की हैं जफ उच्ितभ न्मामारम को ग
ु
भयाह ककमा गमा मा झ
ू
ठ व काल्ऩननक ग
ु
फाय भें अदारतें बी
फह गई |
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
खफय:- यापेर डीर: स
ु
प्रीभ कोित भें भोदी सयकाय का म
ू
- िनत, एकपडेववि सौंऩ कय फोरी - िाइवऩॊग भें गरती हो
गई थी ह
ु
ज
ू
य, पैसरे की राइनों भें स
ु
धाय कय दो
अदारत ने इस भाभरे ऩय ककसी बी अन्म तथस्त सॊस्था व कभेिी को बफि भें नहीॊ यखकय स्वमॊ के वववेक ऩय ननणतम
स
ु
ना टदमा जफकक स
ु
नवाई के दौयान तकनीकी रूऩ से अऺभता भ
ु
ख्म न्मामाधीश ने जाटहय कयी थी।
इस वववाद के केन्र भें ववभानों की कीभत का प्रश्न था व उसे ही भ
ू
र आधाय फनाकय भाभरे की पाईर रगाई गई थी।
इस ऩय अदारत ने हय भाभरे भें सराह व स
ु
नवाई की ना कहकय यपार के ववभानों की कीभत ऩय उच्ितभ न्मामारम
के सॊवैधाननक न्माम व कततव्मों सटहत आभ रोगों के ववश्वास की िादय से ऩ
ू
ये भाभरे को ढक टदमा। मह रोकतॊि के
लरए फह
ु
त ही खतयनाक है क्मोंकक इसभें सॊस्थाओॊ व सॊवैधाननक ऩदों को दाॅॎव ऩय रगा टदमा है।
इस भाभरे भें आगे औय ज्मादा छीछारेदय होगी क्मोंकक शॊशम का कोई ईराज नहीॊ होता व अदारत के न्माम ने कारी
घिाओॊ को द
ू
य कयने के स्थान ऩय ज्मादा घनघोय कय टदमा।