यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
कहता है कक उन्हें वही कयना है जो सयकाय कहती है, स्वमॊ का वववेक को ऩहरे ही अऩने घय छोड़ कय आना होता है |

वैऻाननक-ववश्रेषण श


रू से कहता आ यहा है कक बायतीम सभाज भें एक ही अछ


त है वो याजनेता है | मह ऩ


या जनता

के 9000 कयोड़ रेकय बागने का भाभरा आगे जाकय इसी को सत्मावऩत कयेगा | कौन ककस ऩािी का है मह कोई

भामने नहीॊ रगता |

यापार ववभान सौदे भें रोकतन्ि के िायों स्तम्ब ध्वस्त हो गमे | इसको फाय-फाय सयकाय से सयकाय का सभझौता

कहकय सबी को भ्रलभत व भाभरे को यपा -दपा कयने की कोलशश कयी गई | सयकाय से सयकाय का सभझौता वारी

दरीर व लसद्ाॊत ही वैऻाननक-ववश्रेषण की नजय भें ववऻान के लसद्ाॊतो ऩय बाषाशैरी की फड़ी गरती व हभायी ऩािी की

सयकाय कहने वारों का झ


ठा ग


फाय हैं । इसलरए आगे के साये तकत व फातेंआधाय बफना हवा हवाई हैं अत : उन ऩय फात

कयना ही फेईभानी हैं ।

आऩ वैऻाननक-ववश्रेषण "अरोकताॊबिक तरयके से 500 व 1000 के फड़े नोिों को फॊद कयने व नमे 500 व 2000 के

नोिों का ऐरान ह


आ!" को ऩढ़े तो सभझ जामेंगे की "कामतऩालरका" को टहन्दी से अॊग्रेजी मा अॊग्रेजी से टहन्दी के

िाॊसरेशन भें सयकाय कहकय ऩ


ये सॊववधान का ग


ड़-गोफय कय यखा हैं । सॊववधान की हय फात को व्माख्मा के नाभ ऩय

उल्िा-सीधा कया जा यहा हैं । अफ फात आती हैं यारिऩनत की जो सॊववधान सॊयऺक हैं उनकी ि


प्ऩी व सेना प्रभ


ख के

नाते बी ववभान सौदे ऩय ि


ऩ यहना लसपत मही भ


हावया सत्मावऩत कयता हैं अॊधेयी नगयी िौऩि याजा....

मह ऩोस्ि उस सभम की हैं जफ उच्ितभ न्मामारम को ग


भयाह ककमा गमा मा झ


ठ व काल्ऩननक ग


फाय भें अदारतें बी

फह गई |

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


खफय:- यापेर डीर: स



प्रीभ कोित भें भोदी सयकाय का म


- िनत, एकपडेववि सौंऩ कय फोरी - िाइवऩॊग भें गरती हो

गई थी ह




य, पैसरे की राइनों भें स


धाय कय दो

अदारत ने इस भाभरे ऩय ककसी बी अन्म तथस्त सॊस्था व कभेिी को बफि भें नहीॊ यखकय स्वमॊ के वववेक ऩय ननणतम



ना टदमा जफकक स


नवाई के दौयान तकनीकी रूऩ से अऺभता भ


ख्म न्मामाधीश ने जाटहय कयी थी।

इस वववाद के केन्र भें ववभानों की कीभत का प्रश्न था व उसे ही भ


र आधाय फनाकय भाभरे की पाईर रगाई गई थी।

इस ऩय अदारत ने हय भाभरे भें सराह व स


नवाई की ना कहकय यपार के ववभानों की कीभत ऩय उच्ितभ न्मामारम

के सॊवैधाननक न्माम व कततव्मों सटहत आभ रोगों के ववश्वास की िादय से ऩ


ये भाभरे को ढक टदमा। मह रोकतॊि के

लरए फह


त ही खतयनाक है क्मोंकक इसभें सॊस्थाओॊ व सॊवैधाननक ऩदों को दाॅॎव ऩय रगा टदमा है।

इस भाभरे भें आगे औय ज्मादा छीछारेदय होगी क्मोंकक शॊशम का कोई ईराज नहीॊ होता व अदारत के न्माम ने कारी

घिाओॊ को द


य कयने के स्थान ऩय ज्मादा घनघोय कय टदमा।
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