यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1


प्रीभ कोित ने अऩना पैसरा स


नाने के एक टदन ऩहरे फहस के दौयान माचिकाकतातओॊ के वकीरों से भौणखक आश्वासन

रे लरमा था कक मटद त


यन्त ववधानसबा के ऩिर ऩय फह


भत साबफत कयने का आदेश टदमा जाता है तो वे अऩनी

माचिकाएॊ वाऩस रे रेंगे। इसका तात्ऩम तमही होता है कक याज्मऩार , केन्र सयकाय व यारिऩनत आसानी से अऩने सपेद

कऩड़ों ऩय बफना दाग के ननकर जामेंगे।

उच्ितभ न्मामारम ने नई सयकाय के गठन को रेकय याज्मऩार की ब


लभका व व्मवस्था को रेकय आगे फहस कयने व

उचित गाईडराईन फनाने की फात कयी क्मोंकक सयकाय गठन के दौयान वववाद ऩहरे कई याज्मों भें हो ि


के हैं।

इसका सीधा-सीधा अथत मह ह


आ की भहायारि भें ि


नावी नतीजों के फाद व ववशेष रूऩ से वऩछरे 7 टदनों भें रोकतॊि ऩय

जो कालरख ऩोती जा यही थी उसके ग


नहगायों को फाईज्जत ककसी औय याज्म भें फवार कयने को फाईज्जत जाने टदमा।

इतने टदनों तक प्रदेश व देश की जनता को हैयान, ऩयेशान कय यखा था उसका कोई भतरफ ही नहीॊ।

रोकतॊि की पजीहत को अऩने आॊखों व दस्तावेजों भें बी स


नवाई के दौयान देखने के फाद न्मामाधीशों का अऩना वववेक

नहीॊ जग ऩामा जो उन्हें स्वत : सॊऻान मा भाभरे की गॊबीयता को देखते ह


ए लसफ़त एक यात भें यारिऩनत शासन को

हिाने व नहीॊ सयकाय के प्रभ


ख को शऩथ टदराने का एक अरग भाभरा फना स


नवाई के लरए दजत कय दे मा सॊववधान

ऩीढ को बेज दे।

नई भहायारि सयकाय को याज्मऩार ने ववधानसबा भें 30 तायीख मानन 7 टदन भें फह


भत साबफत कयने का सभम टदमा

जो ऩऺ की सहभनत के अन




र था व ववऩऺ यात भें स


नवाई के साथ ही त


यन्त ऩरयऺण िाहता था। अदारत की

कायतवाई ने इन दोनों के फीि का सभम कय टदमा।

आभ रोगों की सयकाय के गठन भें सॊववधान का ऩारन ह


आ मा नहीॊ वो जानना तो द


य की फात है ऩहरे तो जनता को

सॊववधान ही नहीॊ टदखाई दे यहा है ..... उल्िा सयकाय फह


भत साबफत नहीॊ कय ऩाई तो भ


ख्मभॊिी औय उऩभ


ख्मभॊिी को

जीवन बय भोिी ऩेंशन देने का खित उनको सता यहा है।

सत्माऩन ...... ... - -


भहायारि की याजनीनत, याजबवन, केन्र सयकाय व यारिऩनत बवन के साथ स


प्रीभ कोित ऩय बी आऩके वैऻाननक -

ववश्रेषण की सच्िाई बायी ऩड गई। अफ सबी को नोटिस जायी होने के फाद आगे क्मा होने वारा है वो जाननए.....

कर भहायारि के नमे भ


ख्मभॊिी व उऩभ


ख्मभॊिी की शऩथ के फाद ही वैऻाननक -ववश्रेषण ने सफसे ऩहरे मह टिप्ऩणी

कय दी थी जो शाभ होते होते अचधकाॊश देशवालसमों की ज


फान ऩय आ गई व स


प्रीभ कोित के अन्दय माचिका के सवार

फन िरी गई। आऩ सभम िेक कय सकते हैं।

बायतीम रोकतॊि ऩय भहायारि की याजनीनत वारे कीिड को पेंकने भें याज्मऩार का याजबवन, केन्र सयकाय व यारिऩनत

सटहत उनका सचिवारम बी एक कदभ ऩीछे नजय नहीॊ आ यहे हैं।
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