यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
लरए यऺा भॊिारम ने जनवयी से ज


न 2015 के फीि नास्ते ऩय 44 राख, 61 हजाय, 385 रुऩमे खित कय डारें, ग्राभीण

ववकास भॊिारम ने 31 राख, 66 हजाय रुऩमे व खाध्म एवॊ सावतजननक ववबाग ने 8 , 58 , 422 रुऩमे खि तकये | इस

प्रकाय सैकड़ों को छ


ती भॊिारमों की सॊख्माओॊ ने राखों के िैक कािने भें कोइ कसय नहीॊ छोड़ी |

बायतीम रोगो का लशऺण स्तय फह


त कभ है ऐसा सयकाय के आॉकड़े कहते है ऩयन्त


इनके ि


ने ह


मे प्रनतननचध जो आमे

टदन ववदेश जाते है, फड़ी-फड़ी द


ननमा की भीटिॊगों भें द


ननमा के ववकास ऩय रम्फे-िौडे बाषण देते है व डडग्री फीना ही

पयातिेदाय अॊग्रेजी फोरते है | इऩी सोि व लशऺा, लशऺा दोये ऩय जाने वारे फड़े फड़े अचधकारयमों की सोि इतने ननम्न

दजे की होगी जो भाभ


री सी फात न सभझ ऩाम........... े मे फड़े िौकाने वारी फात है |

सष्ट्धसडी की जगह सीधा ऩैसा फकैं खाते भें जो मोजना बायत सयकाय ने सववधान अन


साय देश की भालरक आभ जनता

ऩय राग


कय यखी है जैसे:- यसोई गैस के ऩैसे; वो मटद जनता के प्रनतननचधमों के लरए बी राग


कय दे तो ब


खे -प्मासे

साॊसदों को घय नहीॊ तो कभ से कभ सॊसद भें बय ऩेि खाने को तो लभरेगा | वीआईऩी के भैडर वारे व छोिे -भोिे

सयकायी नौकय तो इनके बोजन को नहीॊ डकायेंगे |

मे द


ननमा की सफसे फड़ी रोकताॊबिक व्मवस्था है इसलरए ऐसा जाॉिा -ऩयखा भाग तउऩरधध है अन्मथा धभत आधारयत



यानी व्मवस्था होती तो धालभकत ग


रु जनता को मे आदेश देते की भ


त्म


बोज व श्ाद् ऩऺ एवॊ वऩत


अभावास के सभम

बोजन खाने से ऩहरे दो योिी के क


मे व अन्म खाद्म साभग्री ननकारते है उसी प्रकाय सॊसद सि के िरने के दौयान

खाना खाने से ऩहरे अऩने प्रनतननचध के नाभ के दो योिी के ि


कड़े जरूय ननकारे ताकक बगवान उन्हें ऩेि बयने की

सॊत


ष्ट्रि प्रधान कये औय इनको प्रत्मेक भाह कयोड़ों रुऩमे की ऩगाय का क


छ साथतक अथत यारिीम टहत भें ननकार सके |

 भध्मप्रदेश ववधानसबा की कैंिीन भें ववधामकों को खाने भें दी जाने वारी सष्ट्धसडी होगी फॊद, ष्ट्जस ऩय

ववधानसबा की सदस्म स


ववधा व सत्काय का ध्मान यखने वारी कभेिी 26 अक्ि


म्फय 2016 को ठप्ऩा रगामेगी

 प्रदेश की ववधानसबाओॊ व केन्र सयकाय के भॊिारमों एवॊ ऩी एभ ओ भें ऻानी रोगो की कभी है इसलरए अबी

बी भहीनों इॊतज़ाय कयना ऩड़ेगा........

"जाद


की छडी" के भाध्मभ से हभने फतामा था कक सायी सभस्माओॊ का हर कहाॊ हैं । हभने ऩहरे दो कान


न की फात

कही ऩय अफ वो सभम के साथ प्रबावी नहीॊ यही हैं । हय सॊवैधाननक ऩद ऩय फैठा व्मष्ट्क्त व फडा याजनेता ककस तयह

आगे का फडा सऩना टदखाकय फाते कयता हैं औय अऩने सबी ननजी स्वाथ तव पामदे यारि से रे रेता हैं औय जफ टदमा

सभम ऩ


या हो जाता हैं तो आभ रोगों के हाथ भें क्मा आता हैं इसे इससे सभझना जरुयी हैं ।

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


बायतयत्न, सभसाइरभेन, प्रथभ वैऻाननक बायतीम याष्रऩनत र्ा. अधद



र करभ का जीवन


ववऻान के दृब्द्श्िकोण से


15 ऑक्िोम्फय 1931 को तलभरनाड


के याभेस्वयभ भें एक भ


ष्ट्स्रभ ऩरयवाय के वह आभ आदभी के साभान ही अगॊ ो व

जीवन-िक्र के इॊसानी प्रकक्रमाओ के तहत जन्भ रेने वारे अवर ऩकीय जेन


राफीन अधद


र कराभ साभान्म अॊको के सहाये

व ग्रेड के ऩीछे छ


ऩे बफना आज बी अऽफाय भें भाि तीन पीसदी से बी कभ छऩने वारी ववऻान की खफयों को घय

ऩह


ॊिाते - ऩह


ॊिाते अॊको के खेर की जाद


गयी से बौनतक शास्ि भें डडग्री का लसक्का रे अॊतरयऺ अलबमाॊबिकी भें दऺता के

साथ सावतजाननक ष्ट्जॊदगी श


रू कयी थी |
Free download pdf