biranishri
(Biranishri)
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लरए यऺा भॊिारम ने जनवयी से ज
ू
न 2015 के फीि नास्ते ऩय 44 राख, 61 हजाय, 385 रुऩमे खित कय डारें, ग्राभीण
ववकास भॊिारम ने 31 राख, 66 हजाय रुऩमे व खाध्म एवॊ सावतजननक ववबाग ने 8 , 58 , 422 रुऩमे खि तकये | इस
प्रकाय सैकड़ों को छ
ु
ती भॊिारमों की सॊख्माओॊ ने राखों के िैक कािने भें कोइ कसय नहीॊ छोड़ी |
बायतीम रोगो का लशऺण स्तय फह
ु
त कभ है ऐसा सयकाय के आॉकड़े कहते है ऩयन्त
ु
इनके ि
ु
ने ह
ु
मे प्रनतननचध जो आमे
टदन ववदेश जाते है, फड़ी-फड़ी द
ु
ननमा की भीटिॊगों भें द
ु
ननमा के ववकास ऩय रम्फे-िौडे बाषण देते है व डडग्री फीना ही
पयातिेदाय अॊग्रेजी फोरते है | इऩी सोि व लशऺा, लशऺा दोये ऩय जाने वारे फड़े फड़े अचधकारयमों की सोि इतने ननम्न
दजे की होगी जो भाभ
ू
री सी फात न सभझ ऩाम........... े मे फड़े िौकाने वारी फात है |
सष्ट्धसडी की जगह सीधा ऩैसा फकैं खाते भें जो मोजना बायत सयकाय ने सववधान अन
ु
साय देश की भालरक आभ जनता
ऩय राग
ू
कय यखी है जैसे:- यसोई गैस के ऩैसे; वो मटद जनता के प्रनतननचधमों के लरए बी राग
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कय दे तो ब
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खे -प्मासे
साॊसदों को घय नहीॊ तो कभ से कभ सॊसद भें बय ऩेि खाने को तो लभरेगा | वीआईऩी के भैडर वारे व छोिे -भोिे
सयकायी नौकय तो इनके बोजन को नहीॊ डकायेंगे |
मे द
ु
ननमा की सफसे फड़ी रोकताॊबिक व्मवस्था है इसलरए ऐसा जाॉिा -ऩयखा भाग तउऩरधध है अन्मथा धभत आधारयत
ऩ
ु
यानी व्मवस्था होती तो धालभकत ग
ु
रु जनता को मे आदेश देते की भ
ृ
त्म
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बोज व श्ाद् ऩऺ एवॊ वऩत
ृ
अभावास के सभम
बोजन खाने से ऩहरे दो योिी के क
ु
मे व अन्म खाद्म साभग्री ननकारते है उसी प्रकाय सॊसद सि के िरने के दौयान
खाना खाने से ऩहरे अऩने प्रनतननचध के नाभ के दो योिी के ि
ु
कड़े जरूय ननकारे ताकक बगवान उन्हें ऩेि बयने की
सॊत
ु
ष्ट्रि प्रधान कये औय इनको प्रत्मेक भाह कयोड़ों रुऩमे की ऩगाय का क
ु
छ साथतक अथत यारिीम टहत भें ननकार सके |
भध्मप्रदेश ववधानसबा की कैंिीन भें ववधामकों को खाने भें दी जाने वारी सष्ट्धसडी होगी फॊद, ष्ट्जस ऩय
ववधानसबा की सदस्म स
ु
ववधा व सत्काय का ध्मान यखने वारी कभेिी 26 अक्ि
ु
म्फय 2016 को ठप्ऩा रगामेगी
प्रदेश की ववधानसबाओॊ व केन्र सयकाय के भॊिारमों एवॊ ऩी एभ ओ भें ऻानी रोगो की कभी है इसलरए अबी
बी भहीनों इॊतज़ाय कयना ऩड़ेगा........
"जाद
ू
की छडी" के भाध्मभ से हभने फतामा था कक सायी सभस्माओॊ का हर कहाॊ हैं । हभने ऩहरे दो कान
ू
न की फात
कही ऩय अफ वो सभम के साथ प्रबावी नहीॊ यही हैं । हय सॊवैधाननक ऩद ऩय फैठा व्मष्ट्क्त व फडा याजनेता ककस तयह
आगे का फडा सऩना टदखाकय फाते कयता हैं औय अऩने सबी ननजी स्वाथ तव पामदे यारि से रे रेता हैं औय जफ टदमा
सभम ऩ
ु
या हो जाता हैं तो आभ रोगों के हाथ भें क्मा आता हैं इसे इससे सभझना जरुयी हैं ।
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
बायतयत्न, सभसाइरभेन, प्रथभ वैऻाननक बायतीम याष्रऩनत र्ा. अधद
ु
र करभ का जीवन
ववऻान के दृब्द्श्िकोण से
15 ऑक्िोम्फय 1931 को तलभरनाड
ु
के याभेस्वयभ भें एक भ
ु
ष्ट्स्रभ ऩरयवाय के वह आभ आदभी के साभान ही अगॊ ो व
जीवन-िक्र के इॊसानी प्रकक्रमाओ के तहत जन्भ रेने वारे अवर ऩकीय जेन
ु
राफीन अधद
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र कराभ साभान्म अॊको के सहाये
व ग्रेड के ऩीछे छ
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ऩे बफना आज बी अऽफाय भें भाि तीन पीसदी से बी कभ छऩने वारी ववऻान की खफयों को घय
ऩह
ु
ॊिाते - ऩह
ु
ॊिाते अॊको के खेर की जाद
ू
गयी से बौनतक शास्ि भें डडग्री का लसक्का रे अॊतरयऺ अलबमाॊबिकी भें दऺता के
साथ सावतजाननक ष्ट्जॊदगी श
ु
रू कयी थी |