(हेरीकाप्िय) का कयीफन 20,000 कयोड़ रुऩमे देने जामेगा तो साभने वारा रार कायऩेि बफछा भ
ु
ह-टदर-टदभाग खोर
स्वागत ही तो कयेगा | इसके लरए अखफायों के ऩन्ने यॊगवाना, िी.वी. के डधफे खोर देना तो 21 वी सदी क्मा 20 वी
सदी भें बी फाजायवाद की िारे थी जो िरता - कपयता कोई बी अथतशास्िी तो क्मा आभ फच्िा बी फता देता है |
द
ु
ननमा की सफस ेतजे फढ़ने वारी अथतव्मवस्था औय सफसे फड़े रोकतॊि का प्रधानभॊिी ऩ
ू
ॊजीवादी अथतव्मवस्था वारे सफस े
ताकतवय रोकतॊि की आचथतक रूऩ से ववशारकाम वारी कम्ऩननमो को जाकय कहे भै आऩको फड़ा फाजाय देने आमा ह
ु
ॉ
औय आऩका फना भार मा उत्ऩाद बफकवाने आमा ह
ु
ॉ तो भॊदी के दौय भै कोनसी कॊऩनी का भालरक भॊद फ
ु
वद् का होगा
जो आऩका स्वागत नहीॊ कयेगा |
आऩ सम
ु
क्क्त यारि सॊघ की स
ु
यऺा ऩरयषद भे स्थाई सीि के लरए अन
ु
भनत िाहते है जफकक इसके ववऩयीत बफना ककसी
देश की यजाभॊदी के एक अॊतयातरिीम सॊस्था ऩहरी फाय अभेरयका व ष्ट्जनेवा से फाहय बायत भे खोरने का प्रस्ताव आऩके
ऩास यखा है | इस प्रस्ताव के ज
ु
ड़े भाभरे के लरए सम
ु
क्त यारि ख
ु
द अऩनी मोजनाओ के भाध्मभ से भदद कयने को
तैमाय है (ई-भेर के भाध्मभ से लभरा प्रनतककमात जवाफ टदनाॉक 26 ज
ु
राई, 2008) | स्थाई सीि का अन
ु
योध तो प्रत्मेक
वषत कयते है एक फाय ताकत व ऺभता टदखाओ (125 कयोड़ रोगो के सॊगठन की) कपय देखो ............ ऩरयणाभ
............... कैसे व ककतने रूऩ भे ननकरता है |
आऩ द
ु
ननमा की कम्ऩननमो के आव-बगत भे रगे है ताकक वो देश भे अयफो रुऩमे रामे, अऩना भार मा उत्ऩाद फेिे,
औय कभाके जामे व बी अऩनी शतो व ना न
ु
क
ु
य के साथ | इसके ववऩयीत आऩके ऩास ऐसा प्रस्ताव है ष्ट्जसभे ऩ
ू
यी
द
ु
ननमा भार मा उत्ऩाद नहीॊ फनने से ऩहरे खयीद ने को ऩरकें बफछामे तैमाय फैठी है | उसे लसपत अऩने ही देश, अऩनी
ही तकनीक, अऩने ही कान
ू
न, सववधान के तहत, अऩने ही रोगो को राखो की सॊख्मा भे नौकरयमा ॊ देकय लसपत भार
फनाकय देना है वो बी प्रनतटदन 25 पीसदी की व
ृ
वद् दय से | द
ु
ननमा की कम्ऩननमो के ऩास जाने की जरुयत ही नही ॊ
ऩड़ेगी आणखकाय भ
ु
नापा वह बी शनतमत ा ककस कॊऩनी व व्माऩाय का भ
ू
र भॊि नहीॊ है |
आऩ देश भे नई कॊऩननमा खोरने के लरए आमोजन ऩय आमोजन कय यहे है ऩय 5000 नई कॊऩननमा ख
ु
रने का द्वाय
नहीॊ खोर यहे है | प्रधानभॊिी ववऻान व तकनीक की फाते कय यहे है ऩय उधाय व ककयामे की िेक्नोरॉजी से "भेड इन
इॊडडमा" का डडष्ट्जिर प्रिाय कय बायत भाता के सऩ
ू
त होने का गवत 57 इॊि की छाती प
ु
राकय फताना िाहते है ष्ट्जस े
कोई बी ववदेशी कॊऩनी मा देश अऩनी तकनीक ऩय ऩाफॊधी रगा कबी बी हवा ननकार कय ग
ु
फाये की बाॊनत प
ु
स कय दे |
आऩ द
ु
ननमा के रोगो को श
ु
बकाभनामे दे यहे है ऩयन्त
ु
अऩने ऩास नमे नमे वामयसों के उद्भव को योकने व प्रनत लभनि
हो यही एक ननदोष इन्शान की भौत को योकने का उऩाम अऩने ऩास यखा है उसे स्वाथी काभनाओ का लशकाय फना क्मा
"श
ु
ब" कयना िाहते है |
प्रधानभॊिी डडष्ट्जिर हो गमे, उनकी िीभ डडष्ट्जिर हो गई व "डडष्ट्जिर इॊडडमा" बी कभतिारयमों से दौड़ाने रग गमे व
ववदेशी उऩकयणों से डडष्ट्जिर राइि डारकय बायतीम जनता को अच्छे टदन आने को ग
ु
डपीर कयने को आत
ु
य है ऩयन्त
ु
इस डडष्ट्जिर का फ्म
ू
ज तो ऩहरे ही आऩके दफ्तय "ऩीएभओ" भें उड़ गमा है | आऩके फनामे हाई स्ऩीड इॊियनेि व ऩेऩय
रेस व्मवस्था भे प्रस्ताव आचधकारयक रूऩ से यष्ट्जस्िडत (PMOPG/E / 2015 / 0021765 Dated : 03 ज
ु