यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
अफ शॊकय, याभ, लशवाजी, शॊकयािामत, याभन


जािामत न जाने ककन-ककन की भ


नतमत ों के रूऩ भें कयोडो-अयफो रुऩमे खित हो

जाने व खित होने की कगाय ऩय ईंसान के जीने की भ


रब


त स


ववधाएॊ फाचधत होने रग गई है | इसे फड़े-फड़ ेनाभ वारे

सभ


ह उजगाय कय यहे है | इसे टहॊदी के भ


हावयों की बाषा भें साॉऩ ननकर जाने के फाद उसकी फाफी (बफर) को राठी से

ऩीिने को िरयताथत कयना कहराता है |

27 - 11 - 2018 - आऩके वैऻाननक ववश्रेषण की सच्िाई के आगे ...... 221 भीिय द



ननमा की सफसे फड़ी बगवान की



त तबी फौनी ऩड़ गई |

खफय:- अमोध्मा भें सयम


ककनाये बगवान याभ की 221 भीिय की भ


नत त फनेगी जो स्िेि


ऑफ़ म


ननिी के 182

भीिय के ववश्व रयकॉड तको तोड़ेगी |

31 - 10 - 2019 - द



फाया देश भें रोगों को यन पोय म


नीिी के लरए दौडामा। इस वैऻाननक-ववश्रेषण को द


फाया ऩढ़े औय

सिेत हो जामे की अफ आऩ रोग दौड़ - दौड़ कय थकने वारे है औय आऩके पेपड़ो भें ऩानी बयना श


रू हो जामेगा |

आऩ लसपत ऩढ़े नहीॊ वास्तववकता के धयातर ऩय तोरे................ आणऽयकाय पेपड़े बी आऩके है औय दौड़ने वारे ऩैय बी

आधाय काड तके उद्भव से जाने व इसके साथ ककस सॊत


रन के उऩाम को छोड टदमा, जो इसे आभ आदभी के लरए गरे का पॊदा फनामेगा

|

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


इस तयह आधाय कार् ष फन जामेगा आभ आदभी के गरे का पॊदा!


खफय: - सबी सयकायी, गैयसयकायी, ऩहिान ऩिों एवॊ ववत्तीम रेनदेन के लरए आधाय काडत को प्रभ


ख दस्तावेज

फनान ेका लसरलसरा

आज से कयीफ 14 वषत ऩ


वत ही हभने उस सभम कामतयत यारिऩनत भहोदम डॉ. एऩी. जे. अधद


र कराभ को देश की सायी

सभस्माएॉ द


य कयने के लसपत दो ़ान


नी प्रकक्रमा श


रू कयने का प्रस्ताव बेजा था |

इसभें ऩहरा था "आर इॊडडमा आइडेंटिकपकेशन नॊफय" व द


सया था "लसगॊ र कम्प्रेन लसस्िभ" | इसके फाद ही नीरकणी

जी के नेत


त्व भें आधाय काडत प्राचधकयण की स्थाऩना ह


ई इसका आधाय उनके द्वाया इस ऩय लरखी ऩ


स्तक को फनामा

गमा | इसभें वैऻाननक तयीको से शायीरयक ववलशरिता (आखो की ऩ


तरी, अगॊ


लरमों के ननशान) को स


िक के रूऩ भें

इस्तेभार कयने का आधाय फनामा गमा |

सभम के ऩीछे-ऩीछे अफ इतने वषो के फाद सयकाय आधाय काड त को आर इॊडडमा आइडेंटिकपकेशन नॊफय के रूऩ भें

ऩरयवनततत कय यही है | हभाये स


झाव के साथ हभने आज तक जायी सबी ऩरयणाभ आधारयत स


झाव के सभान राग


कयने का तरयका फतामा ही नहीॊ था |

हभें क्मा आऩको बी अच्छी तयह ऩता है कक िी.वी., फ्रीज़, रेऩिॉऩ, साइककर, साडीमा, गेह


, िावर इत्माटद-इत्माटद



फ्त फािकय फनने व िरने वारी सयकाये "भ


फ्त-खोय" होती है ज्मो आऩके द्वाया अन


बव आधारयत स


झाव, प्रकक्रमा,

कामत की फौवद्क सम्ऩदा को र


ि/कसोि/़ान


नी दाॊव-ऩेिो भें उरझाकय बफना नाभ के िरती है व क


सीधायी रोगो के
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