यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
भीडडमा देश बय भें 40 लभनि भें एक ककसान की आत्भहत्मा वारे ग्राकफ़क्स के ववकास दय भें इसी घिना को इॊतना

क्मों फतामा इसके फाये भें हभ ऩहरे ही 09 टदसॊफय 2014 के साइॊटिकपक एनालरलसस "श


कक्रमा, श


कक्रमा.............. इनका

तहे टदर से श


कक्रमा" से ऩहरे ही िमन का खाका ऩ


याने कई अन


बवों के आधाय ऩय फता ि


के थे |

हभें स


िों से ऩता िरा की ऐसी घिना द


फाया नहीॊ हो इसलरए सयकाय फह


त जल्द कान


न राने वारी है वो बी ककसी

अध्मादेश की तयह नहीॊ अवऩत


सबी याजनैनतक ऩाटितमो की आभ सहभनत के साथ की फड़े फड़े भैदान, जगह, स्िेडडमभ

जहा सावतजननक कामतक्रभ हो वह आस ऩास के सबी ऩेड़ काि टदए जामेगे |

याजनैनतक ऩाटितमो के फाये भें क


छ नहीॊ कहेंगे क्म


की इस घिना के फाद अचधकाॊश एक गाने को फड़े फड़ ेस्ऩीकय रगाकय

िरा यहे है | इसलरए ककसी की बी आवाज उन तक ऩह


िना नाभ


भककन है |

बगवान एक नहीॊ दो िाय.............. हभें बी टदरवा दो

"आऩ" ने ऐसे वैस ेकैसे को बी टदमा है

थोड़ी लरफ्ि हभें बी कयवा दो

हभ बी यैरी नहीॊ भहायैरा कयते है

ककसानो का भ


द्दा दसो टदशाओ भें ग


जाते है

योड तो क्मा सॊसद को ठऩ कय डारत ेहै

बगवान एक नहीॊ दो िाय.............

सत्माऩन 2 - 05 - 2017 खफय:- कनातिक के आवासीम भॊिी के साभन ेककसान ने जहय खाकय


आत्भहत्मा कयी...

सत्माऩन 11 - 05 - 2017 खफय:- टदल्री भें तलभरनाड



के ककसानो ने ननन प्रदशतन ककमा, भ


ि वऩमा व भर खाने

वारे ही थे |

मह लसपत खफय नहीॊ सॊस्क


नत, भानवता, इॊसाननमत व सटदमों के नैनतक भ


ल्म के आधाय ऩय ववकलसत ह


ई आज की

सभ्मता का ऩथ, उद्देशम् , रक्ष्म व भ


र बावना का ऩतन होना था |

इस घिना को खफय, अज


फे, हीन बावना आटद के रूऩ भें देखकय ि


ऩ यहने वारी "बायतीम जनता" को मह तननक बी

अॊदाजा नहीॊ की उसने क्मा-क्मा खो डारा व अऩनी नई ऩीढ़ी को ग


राभी, फॊध


आ व दभन वारे भाग तऩय धकेर टदमा |

तलभरनाड


के ककसानो द्वाया ऩहरे प्रदशनत ह


आ जॊतय-भॊतय ऩय जो भहीनेबय िरा | इसका ऩरयणाभ ननकरा मटद

अरग-अरग ऩरयवाय से सम्फद् यखने वारे रोगो के सभ


ह की नहीॊ स


नी गई तो एक व्मष्ट्क्त का अनशन, धयना कयके

अऩने णखराप हो यहे अन्माम को फता न्माम की उम्भीद कयना सफसे फड़ी फेवक


पी है |

ककसानो ने प्रधानभॊिी कामातरम के फाहय कऩडे उतायकय ननन प्रदशतन ककमा | मह कामातरम याजऩथ ऩय यामसीना टहर

अथातत


यारिऩनत-बवन के ऩास है | इस भागत ऩय प्रनतवषत देश की अखॊडता व गौयव की ऩयेड ननकरती है | महाॉ ऐसा

प्रदशतन अथातत ्शभ, त ईज्जत का बी ख


रे आभ फरात्काय कयन े जैसा है | इस घिना के फाद फरात्काय के भाभरों, योड
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