यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
वारे प


र व भारामे, आयती की स्िाइलरश थारी, दीऩक, नतरक ननकारने की डधफी, वषत तक ऽयाफ नहीॊ होने वारे

किीभ ्पर सबी िीन से आते है | बायत प्रनतवष त योजभयात के आवशमक अयफो रुऩमो के साभान िीन से आमत कय

यहा है | इस कायण आभ रोगो के िेहये ऩय टदनबय भ


स्खान आना व जाना िीन की भेयफानी ऩय बी ननबतय कयती है

क्म


की उनके दाभ फढ़ाने मा घिाने से भहगाई दय टदर की धड़कन की तयह उप्ऩय औय ननिे होती है | नए म


ग एव ॊ

आध


ननकता के इरेक्िॉननक साभानो ऩय हभ भ


रतमा िीन ऩय ही ननबतय है | अयफो रुऩमो का साभान फनाने के लरए

राखो पेक्िरयमा ख


रती है िीन भें कयोड़ो रोगो को योजगाय लभरता है िीन भें इस कायण हभाये अचधकाॊश ननणातमक

रोग ष्ट्स्कर डेवरऩभेंि के लरए िीन जाते है औय नई क्राॊनत एवॊ भॊदी से फिाने की उम्भीद बी िीन से रगामे फैठे है |

इसके साथ कभीशन औय नऩे त


रे प्रनतशत की कभाई वारे रोग बी िीन से सस्ते व नए उत्ऩाद के यत बय सऩन े

देखकय स


फह स


मत देवता की ऩहरी ककयण के साथ उम्भीद भें आखे खोरते है कपय िाम के फाये भें सोिते है |

अस्ऩतारों भें बती, भोत की दहरीज ऩय अिके रोगो व फीभारयमो से ऩीडड़त इन्शान व बगवन के रूऩ भें सभझे जान े

वारे डॉक्िय को बी स


फह स


फह िीन से ही उम्भीद यहती है की उनके अचधकाॊश इराज भें काभ भें आने वारे उत्ऩाद

औय डडस्ऩोजेफर आइिभ टदन बय धोखा नई दे|

िीन के सेननको की इच्छा हो तफ फॉडतय से 56 इॊि की छाती प


रामे घ


स आते है औय ष्ट्जम्भेदाय रोगो का ऩ


या टदन

ऽयाफ औय चितॊ ाग्रत् हो जाता है व भीडडमा भें खफये बी उन्ही के कदभ की इन्तजाय भें िरती है अथातत आऩको िीन

की तयप भ


ह कयके ऩ


जा ऩाठ, ध्मान व अगयफती रगाना िाटहए क्मों की श्ी याभ आजकर श्ी रॊका से िीन होकय

अमोध्मा आने रगे है | इससे सार बय आऩके "हाथ के ऩॊजे" भें "कभर" के प


र यह सके औय सयकायी रक्ष्भी के

द्वायऩार इन प


रो को देखकय ख


श होकय आशीवातद देते यहे |

मटद आऩ वषबत य घय, व्मवसाम व सबी साभाष्ट्जक कामत बफना ककसी आचथतक सॊकि के ननवातह कयना िाहत े है तो

सयकायों की ऩालरसी ऩय िलरए घािे का फजि फनाइमे व सफ क


छ उधायी औय रोन से करयमे औय रैटिन व फाथरूभ

जैसी अनत आवशमक काभ आ ऩड़े तो घय के फततन व साभान फेिकय डडसइनवेस्िभेंि की ऩालरसी अऩनामे | केश ऩेभेंि

देकय साभान खयीदने से फिे औय ि


कड़ो भ ें फि जान ेके लरए हयदभ तैमाय यहे ताकक सायी बौनतक स


ख स


ववधाओ का

आनॊद एक साथ रे सके जैसे ऩहरी तायीख तो लभरने वारी तन्खवाह ऩरक झऩकते ही राइि, िेरीपोन, िी.वी. के

DTH अखफाय, द


ध, भोफाइर रयिाजत, ऩानी के नारो, गैस की िॊकी मा ऩाइऩ राइन, फाइक व गाड़ी की क़स्त, इॊियनेि

का बफर, फीभे के स


ख आटद आटद भें फि जाती है औय ऩ


ये भहीने आऩको एसी की बािी क


र क


र फनामे यखती है व

नए नए साभानो के खि त वारे फ


ये वविायो से द


य फनामे यखती है औय फाजायों की िकिोँद के णखिाव से स


यऺा प्रदान

कयती है ष्ट्जससे घ


भने कपयने भें ऩेिोर व नए नए ववदेशी ब्राॊड वारे खाने के फ़ास्ि फ़


ड से फिाकय ववदेशी भ


रा औय

सयकायी घािे को कभ कयने के काभ से आऩको यास्ि धभत ननबाने भें सहामक होती है |



सयो को बगवान फनाओ मा ख


द बगवान फन जाओ के याभफाण उऩाम व इसके ब्रम्हास्ि रूऩी भॊि की भारा प्रनतटदन

पेयना नहीॊ ब


रे व उसका श


द् भन व ननभतर कामा के साथ अन


सयण कये | ऩहरे वारे से भ


फ्त का खाना, साभान व

उऩहाय छाऩड़ पाड़ के लभरते है व द


सये का अन


सयण कयने ऩय अक


त धन दौरत दान व िढ़ावे लभरते है औय रोग

आऩकी जम जम कय कयते है व ियणो भें चगय चगय कय आऩको मश, गौयव, सभ


वद् प्रदान कयते है |

इस वषत इतना है सफ क


छ एक साथ फता टदमा तो शासक रोग नायाज हो जामेगे क्मों की भजफ


य कयो कपय अहसान

जताकय याज कयने की नीनत पेर हो जाएगी क्म


की सफी स


खी औय आनॊदभम हो गए तो उनके व नए नए आध


ननक
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