यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
"इस्तेभार कयने के फाद स्वत्: ि


िने वारी ऑिो डडस्ऩोजर (AD) लसरयॊज"

(एड्स, हेऩेिाइटिस व कई फीभारयमो से लभरेगी स


यऺा)



सयो के ऩीछे दौड़कय कबी बी प्रथभ नहीॊ आ सकते औय एक तयीके के सपर हो जाने ऩय उसे द


फाया इस्तभे ार कयके

व्मवस्था भें फदराव नहीॊ रा सकते है | इसके लरए जरुयी होता है क


छ नमा कयके टदखाने का | ऐसा ही नमा कयके

350 वषत ऩ


याने आध


ननक चिककत्सा ऺेि को द


ननमा भें आध


ननक फनामा है भ


र ननवासी शाहऩ


या ष्ट्जरा बीरवाड़ा के म


वा

वैऻाननक शैरेन्र क


भाय बफयाणी ने अऩन े अववरकाय के भाध्मभ से | बायत सयकाय अफ तक के द


ननमा बय के रयकॉड त

जाॊि कय प्रभाण ऩि बी दे ि


की है | इसी प्रभाण ऩि के आधाय ऩय मे अऩने कामत ऺेि भध्मप्रदेश के इनतहास के द


सये

व्मष्ट्क्त है ष्ट्जन्होंने व्मकनतगत रूऩ से इसे प्राप्त ककमा है |

कई प्रनतबाओ के धनी शैरेन्र अऩनी फाल्मावस्था से ही यामरा व शाहऩ


या भें स्क


री लशऺा के दौयान कई ऺेिो भें

सवतश्ेस्ठ प्रदशतन के लरए सम्भाननत हो ि


के है | मे याज्म स्तय ऩय खेर प्रनतमोचगता भें द


सया स्थान फनाकय यारिीम

स्तय के िमन तक याजस्थान प्रदेश का गौयव फढ़ा ि


के है | ष्ट्जरे के सयकाय कामतक्रभ भें प्रसाशननक फ


रावे ऩय प्रनतबा

कयते यहे है | बफयाणी गौि होने के कायण देश व द


ननमा के रोग इस फात से अनलबऻ है कक मह श्वेताम्फय 22 ऩॊथी

स्थानकवासी जैन है |जैन धभत के आदशत व नैनतक लसद्ाॊतो के अन


बव इनका मह अववरकाय इॊसाननमत, भानवता व

जीवन फिाने के अन


रूऩ होन े के कायण रगाताय कई वषो से प्रदेश, यारिीम व अॊतयातरिीम स्तय के अखफायों, ऩबिकाओ

एवॊ इरेक्िॉननक भीडडमा भें बी इन्हे स्थान लभरता यहा है | महाॉ तक कक द


सये धभो एवॊ सभाज कक ऩि ऩबिकाओ भें

बी ववशेष सम्भान व आदय लभर यहा है | याजस्थान के भ


ख्मभॊिी याजकीम व यारिीम ऩवो ऩय इन्हे फधाई सन्देश

बेजते यहे है | स्वमॊ प्रधानभॊिी ने इनके अववरकाय को सयकायी प्रकक्रमा भें रगामा है ष्ट्जस ऩय आभ रोगो को उऩरधध

कयाने भें अस्ऩतारों को नई तकनीक भें सऺभ फनाने के लरए यारिऩनत भहोदम अॊनतभ ननणतम के लरए अचधक


त है |

सम


क्त यारि सॊघ, द नरोफर पण्ड, अॊतयातरिीम येड क्रॉस सोसाइिी, ष्ट्क्रॊिन पाउॊडेशन, बफर एॊड भेष्ट्ल्रना गेट्स

पाउॊडेशन जैसी कई अॊतयातरिीम सॊस्थानों ने व्मकनतगत रूऩ से सॊऩकत होने ऩय बी अऩनी प्रनतकक्रमा दी है | कई सॊस्थानों

न े फधाई दी है औय कईमों ने साभाष्ट्जक औय आचथतक रूऩ से सहमोग के लरए उनके प्रोग्राभ की जानकायी उऩरधध

कयाई है | आज ऩ


यी द


ननमा के रोग जानते है की लसरयॊज व स


ई का इस्तेभार लसपत एक फाय ही होना िाटहए | इनके



फाया इस्तेभार से एड्स, हेऩेिाइटिस, भरेरयमा, डेंग


, लसकफ़ल्रस आटद ख


न से सॊक्रलभत होने वारी फीभायी पैरती है |

इस कायण प्रत्मेक लसरयजॊ ऩय एक फाय प्रमोग के लरए लरखा जाता है | इस लसरयॊज को इन्होने अऩने अववरकाय के

भाध्मभ से स्वत् ि


िने वारी फनामा है जो तकनीक के आधाय ऩय बी एक फाय काभ के आ सके |

इस नमे अववरकाय के भाध्मभ से एक अन्धा व अलशक्षऺत इन्शान बी दवाइमों की द


कान ऩय लसरयॊज खयीदते सभम

लसपत छ


कय इसके बफरक


र नई होने की प्रभाणणकता जाॊि सकता है | द


सया ववशेष ग


ण कोई बी इन्शान दस कपि की



यी ऩय खड़ा यहकय ऩहिान सकता है की डॉक्िय एव नस त लसरयॊज का प्रमोग ऩहरी फाय कय यहे है मा द


सयी फाय |

इसकी अनत भहत्वऩ


ण तववशषे ता एक फाय इस्तेभार के साथ साथ मह इॊजेक्शन की प्रकक्रमा को बफना फाचधत ककमे ि


िती

िरी जाती है जो अॊत भें ऩाॊि ि


कड़ो भें फात जाती है | इन्ही के कायण ककसी बी टहस्से को ऩानी से साफ़ कय द


फाया

ऩैक नहीॊ कय सकते है | मह तकनीक आगे स


ई म


क्त अन्म उत्ऩादों के लरए बी प्रबावी है | ष्ट्जसके कायण अस्ऩतारों

भें नर


कोस िढ़ाना, सयकायी काभ काज के लरए ख


न के ग्र


ऩ की जाॊि कयना, इॊसाननमत के लरए ख


न दान कयने की

प्रकक्रमा बी सॊक्रभण यटहत हो जाएगी औय ननस्वाथत बाव से रोगो व सभाज के लरए अच्छा कयने वारे बी फीभारयमो के

लशकाय नहीॊ होंगे |
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