हभन े 12 भाि, 2016 त के वैऻाननक-ववश्रेषण “सभम” की सभझ बफना ववकास व आदशत सभाज असॊबव" भें लरखा था
की.....
आज का वतभत ान सवार ऩ
ु
छाने के दौय व प्रश्न के जवाफ भें प्रश्न ऩ
ू
छ रेने औय ब
ू
तकार के उदाहयणों से अऩने दाभन
को फिने से आगे ननकर यारिीम सॊगठनों के ननभातण वारे दौय भें आ गमा है | इसलरए ककसी लब भ
ु
द्दे ऩय रोगो का
सॊगटठत होना ववकास कक तयप आगे फढ़ने का प्रतीक है | बायत भें भ
ु
ष्ट्श्कर से ऎसे 200 से 300 ही सॊगठन फन
ऩामेगे | जफ मे सॊगठन ककसी यारिीम भ
ु
द्दे ऩय एक हो गमे तफ “यारि” जीववत हो जामेगा | रोगो को लसफ़त इस सॊगठन
ननभातण के दौय भें बावनाओ भें न फहकय आऩसी हाथ-ऩैय तोड़ने वारी िक्कय से फिना होगा |
वततभान भें छदभ यारिवाद िरामा जा यहा है। इस भानलसक आधाय ऩय यारिीम िेतना को आऩ केंर व ्याज्म सयकायों
के णखराप आक्रोश व आॊदोरन कह सकते है ऩयन्त
ु
वास्तव भें मह व्मवस्था के सभम के साथ वऩछड़ जाने से जो खाई
ऩैदा ह
ु
ई औय रगाताय फढ़ यही है उसके प्रनत नतयस्काय है इसलरए सयकाय भें याजनैनतक दर फदर जाने ऩय बी कोई
फदराव नहीॊ आता । इसके साथ-साथ अफ आऩके वैऻाननक-ववश्रेषण की फात "कान
ू
न फनाना व्मवस्था नहीॊ अवऩत
ु
कान
ू
न फनाना ख
ु
द व्मवस्था का एक टहस्सा है" हय फ
ु
वद्भान व्मष्ट्क्त के रराि ऩय स्ऩरि नजय आने रगेगी ।
इस तयह आज की रोकताष्ट्न्िक व्मवस्था भें हय तयह के भ
ु
द्दों, सॊगठनो, सयकायी व्मवस्थाओ व साभाष्ट्जक स्तय ऩय िर
यही प्रकक्रमाओॊ के अदॊ य अऩने खोखरेऩन के कायण बफखयाव श
ु
रू हो जामेगा। इससे एक फड़े श
ू
न्म का ननभातण होगा
औय 24 लसतम्फय, 2015 के वैऻाननक-ववश्रेषण भें लरखा था "महाॉ श
ु
न्म ऩ
ू
णत बफखयाव है औय ववकलसत रोकतॊि
व्मवस्था का सजतन बी | सटदमों का ऻान व द
ु
ननमा को बायत का टदमा ववऻान का "श
ु
न्म" उऩहाय बी मही लसखाता है
की स्थाईत्व है तो लसपत "श
ु
न्म" | इस श
ु
न्म का एक नभ
ू
ना यारिऩनत भहोदम को बेजा जा ि
ु
का है व हभने यारिऩनत
सचिवारम की आचधकारयक भोहय औय आचधकरयक साईन वारा दस्तावेज आऩको प्रस्त
ु
त कय यखा है |
अफ ककसान आॊदोरन एक याज्म के एकीकयण के फाद ऩ
ु
ये देश के एकीकयण की टदशा भें आगे फढ़ेगा। इसके तहत
प्रत्मेक याज्म के ककसानो को आऩस भें जोड़ा जामेगा व अरग-अरग भ
ु
द्दों ऩय फने सॊगठनो को साथ भें राने की कोलशश
होगी। हभने ष्ट्जस यारि जाग
ृ
नत की फात कयी वो इस भाभरे ऩय उबय कय नहीॊ आमेगी ऩयन्त
ु
यारिीम जाग
ृ
नत क्मा
होती है वो हय इॊसान को भानलसक रूऩ से सीखा देगी ।
अफ ककसान आॊदोरन के आगे फढ़ने व एक सोि के रोगो की सॊख्मा भें फढ़ोतयी ककसी बी याजनैनतक दर के
कामतकतातओ की सॊख्मा से फढ़ जाने से एक भानलसक दफाव उत्ऩन होगा जो याजनैनतक दरों को फौना फनामेगा औय
उसका सॊववधान के अन
ु
साय देश की जनता की सयकाय ऩय अनैनतक रूऩ से ननमॊिण औय ननमभन है वो लभिाना श
ु
रू
कय देगा। इस सभम के दौय भें आऩसी हाथ ऩेयो वारी िकयाव से फिने का एक ही तरयका है कक ककसान सॊगठन मा
कोई गैय-याजनैनतक सॊगठन ऐसी एक व्मवस्था फनामे ष्ट्जससे उनकी फढ़ यही सॊख्मा सभम की टिक टिक के साथ
गणणतीम रूऩ से प्रदलशतत हो ताकक भानलसक औय टदर से याजनैनतक रोगो का भनोफर ऺीण हो जामे ।
आऩके वैऻाननक-ववश्रेषण ने इन्सानो की सोि को एक दस स्तय की स्केर ऩय प्रस्त
ु
त कय यखा है। इस स्केर ऩय
याजनैनतक दरों की सोि का सभ
ू
हन ककसी भ
ु
द्दे ऩय एकज
ु
ि ह
ु
मे देश के रोगो की सोि के सदैव ननिे आता है क्मोकक
याजनैनतक दर आऩस भें रे देकय सॊगठन के रूऩ भें ज
ु
ड़े यहते औय एक भानलसक सोि वारे रोगो का सभ
ू
ह भानवीम
सभानता के आधाय ऩय जो एक बीड़ से अरग होंने का आधाय है ।
आऩ हभाये आचधकारयक ऩेज http://www.facebook.com/ShailendraKumarBirani ऩय जाकय ऩ
ु