यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
बायतीम याजनीनत से आऩ अच्छी तयह अन


बवी हैं कक महाॊ एक -द


सये ऩय कीिड उछार कय ही शान्त फैठा जाता है।

सता ऩरयवततन के फाद वषों ऩ


याने भाभरो को बी खोरने का यीवाज है इसलरए आने वारे सभम भें फड़ा वववाद

अवश्भबावी है। वततभान भें सोलशमर भीडडमा भें इसकी झरक आऩको अनतशीघ्र देखने को लभर जामेगी।

सयकाय औय माचिकाकतात अऩनी-अऩनी फात ऩय अड़े यहेंगे रेककन सच्िाई तो मह है कक इस नमे हरपनाभे से अदारत

की ऩ


यी प्रकक्रमा व पैसरा यद्दी का कागज हो गमा।

अफ न्माम की मही भमातदा हैं कक भ


ख्म न्मामाधीश व अन्म दो जज सावतजननक रूऩ से भाभरे की स


नवाई के दौयान

फाहय आमे व इस गरती ऩय तीनों एक साथ हाथ जोड़कय देश से भापी भाॊगे...

इससे न्माम की भमातदा फढेगी व तीनों न्मामाधीश सावजत ननक रूऩ से अऩने ऊऩय उछरने वारे कीिड से फि जामेंगे।

इसके अरावा ष्ट्जन्होंने मह गरती कयी है उन ऩय अऩने आऩ को दण्ड देने मा अदारत से दण्ड रेने के लरए वववश हो

जामेंगे।

न्माम की भमातदा कबी-कबी द


सयो को सजा देने की त


रना भें स्वमॊ को सजा देने ऩय ज्मादा फढ़ती है |

देश की सॊसद के साथ उसकी तजत ऩय फनी ववधानसबाओॊ को बी इसके भाध्मभ से सभझ रेना िाटहए । इससे ऩता

िरेगा की सयकायें काभ कयने से ज्मादा अऩने आऩको फिामे यखने व द


फाया फनने के लरए ककस तयह के दाॊव ऩेंि

रगाती हैं ष्ट्जसभें जनता द्वाया ि


ने प्रनतननचध मा नौकय भौहयों की तयह व शतयॊज के प्मादों की तयह इस्तेभार होते हैं


साइॊटिकपक-एनालरलसस ... Before - -


देल्ही भें च



नाव का यास्ता साफ़


"अॊधेयी नगयी चोऩि याजा .............."


हभ रोगो का ऩता नहीॊ ऩयन्त


हभाये फच्िो को जरूय रग यहा है की सत्ता के केंर भें फेवक


प, अनऩढ़, गवाय व नकायो

का जभगि रग गमा है | इन सबी भें से एक ध


तत, िारक, झरसाज सफको ककसी जगभगवारी भध


शारा भें रे जाकय

धन सम्ऩदा की भामा टदखाकय शयाफ औय शफाफ के नशे भें ड


फोकय ख


द याजा फन गमा है | ऐसा हभाये फच्िे ही सोि

सकते है क्म


की उनका ऻान औय सभझ ननम्न स्तय की कऺाओ वारी ककताफो तक का ही है | ष्ट्जनका ऩाठ्मक्रभ जात-

ऩात, ऩऺ-ववऩऺ, ऺेि-सीभामे, सभथतक व ववयोचधमो की सॊख्मा आटद को हभ ने फड़ी अकरभॊदी के साथ याजनीती के

ऩरड़े व ऩाटितमो की डोय वारी तयाज


से ख


न ऩसीने वारी भेहनत कयके सॊत


लरत कया है | फच्िे तो लसपत याजा

भहायाजाओ के द्वाया ननमॊिण व व्मवस्था िरने के ही कायनाभो को सभझते है क्म


की अबी तक उनका ऩाठ्मक्रभ

इनकी कहाननमो तक ही ऩॊह


िा है |

इनभे से कई "इॊडडमा" वारे फच्िे है ष्ट्जहोने िी वी व लसनेभागायो भें कपल्भे देख देख कय अऩना ऻान फढ़ा लरमा ष्ट्जसभे

उन्हें फतामा जाता है की कैसे ऩहरे फ


वद्भान रोग फेवक


प याजाओ को अदृश्म वारे कऩड़े ऩहनाने की फात कयके उन्हें
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