वारी भ
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तत का ही िीयहयण | सि आऩको िॊद घॊिो भें ही लभर गमा की नई सॊवैधाननक ऩीठ भें इन िाय जजों को फाहय
यख गमा जफकक मे वरयरठभ व कोरयजभ भें शालभर न्मामाधीश है |
इसी तयह सभम को फफातद ककमा गमा व इन िाय जजों को भीडडमा भें जाने का डय फता इस तयह से अन्म रोगो को
सन्देश टदमा जाने रगा तो बववरम भें कोई न्मामाधीश कबी हाथ जोड़के जनता की अदारत भें नहीॊ आमेगा | मे अॊदय
ही अॊदय फने िक्रव्म
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ह भें रड़के फहाद
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यी से अऩना फिा सभम ऩ
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या कय जामेगे व धभत एवॊ न्माम के लरमे अऩनी सहादत
को फदातस्त कय जामेगे ऩयन्त
ु
बववरम भें आभ जनता के लरमे न्माम हभेशा से अॉधेये भें ही यहेगा ष्ट्जसके हय ननणमत ऩय
अॊग
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री उठने रगेगी क्मोकक शक का कोई ईराज नहीॊ है औय ऩायदलशतता के अनतरयक्त अफ जनता भें भाभरा आने के
कायण कोई हर नहीॊ है |
उच्ितभ न्मामारम के भाध्मभ से यारिऩनत के ऩास जाने के भागत को इस स
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प्रीभ कोित ने ऩ हरे ही अऩने हाथो से फॊद
कय टदमा जफ रोकऩार के प्रभ
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ख की ननम
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ष्ट्क्त के लरमे मह सॊवैधाननक तयीका उच्ितभ न्मामारम, यारिऩनत, प्रधानभॊिी
को साभ
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टहक रूऩ से ववचधवत बेजा गमा था | मह हभने 04 - 12 - 2016 के वैऻाननक-ववश्रेषण "रोकऩार फना अफ
उच्ितभ न्मामारम के गरे की हड्डी!" को द
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फाया ऩढ़े की मह "सॊवैधाननक अचधकाय" कौनसा है |
उच्ितभ न्मामारम के इन िाय वततभान न्मामाधीशों को यारिऩनत के ऩास जाना िाटहए था | मे प्रश्न खड़े ककमे जा यहे
है | सच्िाई मही है की अगय वो िरे जाते तो उन ऩय भहालबमोग की कामतवाही जरूय हो जाती क्मोकक आ ज के
जनप्रनतनननघ जो अऩने आऩ को सवेसवात सभझते है वो यास्ता जरूय कािते | आऩ 25 जनवयी, 2017 के वैऻाननक-
ववश्रेषण "बायतीम गणतॊि का छ
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ऩा सफसे क
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रूऩ िेहया !" को द
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फाया ऩढ़े ताकक रोकतॊि के धयातर ऩय ऩड़े गड्ढो की
गहयी का ऩता िर सके |
इस तयह के वववाद ि
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िककमो भें हभेशा के लरमे स
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रझामें जा सकते है इसका उऩाम तो हभने ऩ
ू
यी व्मवस्था के
प्रतीकात्भक प्रारूऩ के रूऩ भें अऩनी असरी एड़ी -लसरयॊज की पाइर (Letter Reference
No.P 1 /D/ 1908110208 .Dated 19 - 08 - 2011 ) के साथ कबी का बेज यखा है ष्ट्जस ऩय अॊनतभ रूऩ से अचधक
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