biranishri
(Biranishri)
#1
व्मष्ट्क्त बी कय यहे हैं लसफ़त उन्होने फाहय से राने कक यफ्ताय फढ़ा दी हैं |
इन उत्ऩादों को ववदेश की कम्ऩनी अऩनी धयती ऩय फनामे मा बायत की धयती ऩय पैक्िी खोरकय मह नई तकनीक
वारे उत्ऩादों के लरए रगबग एक ही फात हैं क्मोकक इसभें खेर फोचधक सम्ऩदा (ऩेिेंि,कॉऩीयाईि) के अचधकायों का ही हैं
| राइसेंस, अन
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फॊध के खेर भें ऩैसा तो ववदेशी खजानों भें ही जाना हैं व ऩाफॊदी रगाने का िाफ
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क तो द
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सये देशों के हाथ
भें ही यहना हैं | ऩैसे के रारि भें लसफ़त एक कॊऩनी को फनाने का अचधकाय देना याष्ट्स्िमता व भानवता के साथ
क
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ठायाघात कयना हैं |
इस ववकास वारी सोि से जनता का द
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यगाभी बरा नही ॊहो सकता हैं इससे लसफ़त अभीय रोग ही राबाष्ट्न्वत हो सकते हैं
| आऩको ष्ट्स्वट्जयरैंड "नोवेनततज" कॊऩनी का नाभ तो माद होगा ष्ट्जसन ेअऩने ही कैंसय की दवाई वारे पाभ
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तरे को कॉऩी
कय द
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फाया ऩेिेंि रेने के आवेदन ऩय स
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प्रीभ कोित ने योक रगा दी थीन | इस कैंसय की दवाई की कीभत दस हजाय रुऩमे
थी औय बायत भें इसे कयीफन डेढ़ राख रुऩमे भें फेिा जाता था | भीडडमा व अऩनी ऩािी की सयकाय कहने वारे नेताओ ॊ
न ेउच्ितभ न्मामारम की ख
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फ वाहवाही कयी की अफ गयीफ जनता को सस्ते भें दवाई लभरेगी |
अफ इने व ष्ट्जम्भेदाय रोगो को कौन सभझमेमे की उनकी सोि व उऩरधध कयाने के इस तरयके से ककतने सारों तक
जनता को मे दवाई नहीॊ लभलर औय ककतने इॊसनो ने ष्ट्जॊदगी खो डारी व ष्ट्जतनों ने खयीदी उनका ककतना शोषण ह
ु
आ |
ऐसा ही खेर बौनतकवाद के ऐश आयाभ वारे उत्ऩादों का हैं जो भहॉगे दाभो ऩय फाज़ाय भें बफकते हैं औय भहॉगाई का एक
फड़ा कायण बी हैं |
नमे-नमे आववस्कयो को देश भें राना अच्छी फात हैं व रोगो के जीवन स्तय को फढ़ाना सोने ऩय स
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हागा हैं ऩय इसस े
देश ववकलसत होगा ...... मह सॊदेह वारी फात हैं क्म
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ॉकक घ
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भकपय के ऩैसा तो फाहय ही जाना हैं..... फस क
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छ ऩैसो वार े
रोगो का जीवन स्तय जरूय स
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धय जामेगा |
इसी खेर को िायगेि कयते ह
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मे हभने वैऻाननक-ववश्रेषण "बायत के हाथ क्मा आएगा...... इस नई आतॊकवाद के
णखराप रड़ाई भें!" हभने लरखा था कक " बायत आतॊकवाद के णखराप कोई कामवत ाही नहीॊ कय सकता ........"
मटद बायत को अग्रणी फनाना हैं तो हभाये आववस्कय "ए डी लसरयॊज" ऩय यारिऩनत भहोदम के तीन सार से वविायाधीन
ननणतम को आने दे ऩ
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या भागत ही साभने आ जामेगा औय जनता बी इस्तेभार कय ववऻान के असरी पामदे वा ववकास
को सभझ औय भहस
ू
स कय ऩामेगी |
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
फगर भें छोया औय द
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ननमा बय भें टढढोया!
खफय: प्रधानभॊिी की ऐनतहालसक वारी अभेरयका मािा व सम
ु
क्क्त यारि सॊघ भें टदमा सभम से ज्मादा बाषण
125 कयोड़ रोगो की सयकाय का प्रधानभॊिी हो मा लसपत एक आदभी (ककसी बी जानत का) मटद वो ऽयीदे भार