biranishri
(Biranishri)
#1
प्रचाय-प्रसाय के शोयग
ु
र से गधे की पोिो टदभाग भें जफयन ढ
स जनता को उल्र
फनाने का
"जरभ-टदवस"
खफय:- प्रधानभॊिी क जन्भटदवस फनाने की उहाऩोह व वववादों से गयभाती देश की भानलसक-सोि
बेड़ो के झ
ु
ण्ड की बाॊनत व्मष्ट्क्तवादी-सोि की सेना "जन्भ-टदवस" के जमकाये के साथ आभ रोगो को गधे की पोि
ू
टदखा
सम्फोधन के खेर से प्रिाय-प्रसाय के सॊसाधनों (िीवी, येडडमो, इॊियनेि, अऽफाय, भोफाइर इत्माटद-इत्माटद) भें शोयग
ु
र कय
उसे टदभाग भें जफयन ठ
ू
स उल्र
ू
जैसा िहेया कय देश की याग स
ु
नवा के इॊसानी सोि को ननम्नकोटि की व्मष्ट्क्तवादी
सोि से बी चगया ऩ
ु
यी व्मवस्था को भटिमाभेि कयने भें रगी है |
बायतीम सॊववधान के अन
ु
साय "प्रधानभॊिी-ऩद" का स
ृ
जन अन्म सॊवैधाननक ऩदों की तयह ही ह
ु
आ है इसलरए नैनतक,
भौलरक, प्राक
ृ
नतक, गणणतीम, ताककतक रूऩ से इसकी जन्भ तायीख 26 जनवयी ह
ु
ई | इस तायीख को हभ प्रनतवषत कयोडो
रूऩमे खित कयके सावतजाननक अवकाश फना यारिीम स्तय ऩय फड़े ध
ू
भ-धाभ से "हैप्ऩी-फथतडे" फनाते है ष्ट्जसे आऩ गणतॊि-
टदवस व रयऩष्ट्धरक-डे बी कहते है |
इस ऩद ऩय नौकयी कयने वारे व्मष्ट्क्त के जन्भ-टदवस से क्मा रेना देना है | आऩने ककतने रोगो को ष्ट्जसभे अॊधबक्त
बी शालभर है अऩने घय के नोकयो के जन्भ-टदवस ऩय ऩािी आमोष्ट्जत कयते देखा है | मटद इसे ही आधाय फनाने रग े
तो वष त भें 15 फाय फथतडे वततभान भें आमेगा व सभम के साथ-साथ बववरम भें इसकी सॊख्मा फढ़ती िरी जामेगी |
प्रधानभॊिी-ऩद के अनतरयक्त अन्म सबी सॊवैधाननक ऩदों का हैप्ऩी फथडत ेफनान ेकी अॊधीदौड़ श
ु
रू हो गई तो इस िाऩर
ू
सी
की फग
ु
राबष्ट्क्त से होने वारे सबी सयकायी व गैयसयकायी काम तठप्ऩ ऩड़ जामेग ेव ऩ
ु
यी व्मवस्था औधॊ े भ
ु
ॉह आ चगयेगी |
सॊववधान के आधाय ऩय यारिऩनत एक भाि ऩद है ष्ट्जस ऩय फैठने वारे की कोई ननजी ष्ट्जॊदगी नहीॊ होती है | इस कायण
यहना, खाना, ऩीना व काभ सबी यारिऩनत-बवन भें ही होते है | इस ऩय कामतत व्मष्ट्क्त ऩय कोई FIR दजत नहीॊ होती |
अदारती भ
ु
़दभे नहीॊ िरते, मटद कोई ऩ
ु
याना भाभरा हो तो बी उसे फॊद कय टदमा जाता है |
प्रधानभॊिी-ऩद के लरए कान
ू
न कामतत व्मष्ट्क्त की ष्ट्जन्दगी अरग होती है इसलरए इन्हे अरग से यहने का आवास बी
(वततभान भें 7, येड क्रॉस योड) टदमा जाता है जो अन्म सबी ऩदों की बाॊनत होता है | स
ु
फह 10 से 6 आचधकारयक सभम
होता है व इसके अनतरयक्त सभम भें कोई सयकायी कामत हो तो उसे कान
ू
न वैध भानने का प्रावधान है |
देश भें िाऩर
ू
सों व क
ु
सी ऩय चिऩके यहने वारो का ही फोरफारा है जीने स्वाथत की िासनी को कैसे तैसे िािनी है |
इन्होने योड ऩय शोयभिा कई सयकायी मोजनाओ व कामतकभो का िीयहयण कय उन्हें नॊगा कय टदमा व कपय प्रधानभॊिी के
जन्भ-टदवस वारा फैनय उस ऩय रऩेि देश की ईज्जत को फे आफरू होने से फिाने का ढोर वऩि डारा | मटद कोई
व्मष्ट्क्त प्रधानभॊिी-ऩद ऩय कामतत व्मष्ट्क्त की ननजी ष्ट्जन्दगी ऩय टिऩप्णी कयता है तो इन बक्तो द्वाया उसे ि
ु
ऩ कयन े
के लरए टहजड़ो द्वाया कऩडे उताय के नगा होने का जो डय फतामा जाता है उसी तजत ऩय प्रधानभॊिी के जन्भ-टदवस का
फैनय हिामा तो सयकायी मोजनाओ व सॊवैधाननक ऩद के नगा हो जाने का ़ान
ू
नी अऩयाध वारा डय फतामा जाता है |
ववऻान के आधाय ऩय इॊसानी सोि को सभझने के लरए स्केर ऩय इसे दस स्तयों भें फाॉि सकते है इसभें व्मष्ट्क्तवाद
सफसे ननिरे स्तय का प्रायॊलबक स्तय है | 2014 भें ऩ
ु
ये देश की सोि को इस स्तय ऩय चगयाने के कायण ही ि
ु
नावो भें
एक ऩािी को जफयदस्त फह
ु
भत लभरा |
इस फह
ु
भत को आगे ि
ु
नाव भें दोहयाने के लरए अफ कपय देश के रोगो की सोि को उससे बी ननिे चगयाने का प्रमास
िर यहा है क्मोकक द
ू
सये सबी याजनैनतक प्रनतद्वॊदी बी व्मष्ट्क्तवादी सोि तक चगय ि
ु
के है | मह यास्ता जाता है ईन्सान
को बगवान फनाने का व उसी टदशा भें वतभत ान का सफसे फड़ा याजनैनतक दर अग्रसय है | इसके अध्मऺ ने तो सयदाय