biranishri
(Biranishri)
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से री जाती है औय द
ू
सये टदन उसे प्रनतशत के आधाय ऩय हा औय ना भै प्रकालशत ककमा जाता है | इसी प्रकाय आज के
आध
ु
ननक म
ु
ग भै अऩने भ
ु
द्दे ऩय सभथतन के लरए सभम ऩय घयो व फाजाय की राइि फॊद कयने की अऩीर कयी जाती है |
मह शऩथ औय इसका उद्देश्म इन दोनों का स
ु
न्दय लभश्ण है |
आज इॊियनेि इस्तेभार कयने वारे अचधकतय रोग सोशर भीडडमा औय अस एभ अस (SMS) का प्रमोग कयते है औय
इनभ ेप्रत्मेक सदस्म का वार ऩेऩय औय कवय पोिो का ऑप्शन होता है ष्ट्जसके भाध्मभ से उसे ऩहिाना जाता है |
इस भैसेज का उद्देश्म मही है की एक यारिीम टहत के साभाष्ट्जक भ
ु
द्दे ऩय जनता अऩनी याम दे औय व एक सभम ऩय
सफकी पोिो की जगह आ जामे औय कपय ऩ
ु
यानी सेटिॊग मा पोिो को ऩ
ु
न् उसी रूऩ भै छोड़ कय िरा जामे |
इस प्रकाय जफ कोई नमा व्मष्ट्क्त इॊियनेि ऩय इन सोशर साइि ऩय जामेगा तो उसे एक जैसा भैसेज िायो तयप रोगो
के नाभ से आगे टदखेगा | साधायण बाषा भै आदभी जफ वोि डारता है तो फाहय आकय रोकतॊि की जीत के रूऩ भै
अऩनी अॊग
ु
री ऩय रगामे गए स्माही को टदखाता है |
मह एक पॉयवड तभैसेज है........... ष्ट्जसने बी लरखा वो इसे व्मवसाटहक रूऩ से इस्तेभार कय के पेसफ
ु
क व भाइक्रोसॉफ्ि
के भालरक से बी कई ग
ु
ना ऩैसा व नाभ कभ सकता था ऩयन्त
ु
उसने ऐसा नहीॊ ककमा........ कायण ऩैसो के रारि औय
कीिड़ उछारने की आज की याजनीती भै इसका भ
ू
र उद्देश्म ही खत्भ हो जाता........... आचधय ऩैसा लसपत जीने का
भाध्मभ है उसका उद्देश्म नहीॊ है औय जीवन भै क
ु
छ अच्छा कयने के लरए लसपत उद्देश्म मा रक्ष्म ऩय आॉख की नजये
रगाना जरुयी है .......... ऩैसा इसभे लसपत आगे फढ़ने का भाध्मभ बय है..............
हभायी तयप से आऩकी, आऩके फच्िो औय आने वारी नहीॊ ऩीढ़ी के अच्छे बववरम की श
ु
बकाभनाओ के साथ.......
जम यारि ववजम रोकतॊि
ववऻान से ज
ु
ड़ी एक मोजना को असरी जभीनी सच्िाई के साथ सभझे | इसस े आऩको सफसे फड़ा सि जानने को
लभरेगा की हभ नमे आववरकायों, तकनीक व अन
ु
सॊधानों औय लशऺा भें द
ु
ननमा के छोिे छोिे देशों से बी कपसड्डी क्मों
हैं? बायत के यारिऩनत प्रत्मऺ एवॊ सॊववधान के अन
ु
रूऩ सीधे इसके प्रभ
ु
ख होते हैं । इस कायण उन्हें सबी केन्रीम
ववश्वववद्मारमों का क
ु
रऩनत फनामा जाता हैं । याज्मों भें यारिऩनत के प्रनतननचध याज्मऩार क
ु
रऩनत होते हैं । एक
यारिऩनत होन ेके नाते भें अऩनी ष्ट्जम्भेदायी ननबात ेह
ु
ए सफसे ऩहरे अच्छे बववरम की इस ववऻान की ऩाठशारा के सबी
भ्रभ द
ू
य करूॊगा |
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
प्रधानभॊिी रयसित फ़ेरोलशऩ (PMRF) मोजना: अक्र से फड़ी बैंस होने का सयकायी ववऻाऩन!
खफय:- बायत सयकाय द्वाया प्रधानभॊिी रयसित फ़ेरोलशऩ (PMRF) के नाभ वारी नई मोजना का आगाज
फड़े प्रसायण, ववऻाऩनों, प्रेिपाभत, ऩैसो के ऩीछे जीयो की रम्फी ऩ
ु
ॉछ व सफसे फड़े सॊवैधाननक ऩद से थोड़ा छोिा ऩद
"प्रधानभॊिी" के िैग के साथ लशऺा व ऻान का भॊथन कय भक्खन ननकारने वारे रोगो के लरए रयसित पेरोलशऩ की नई
मोजना श
ु
रू की गई |