साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
अयफों-खयफों की प्रनतवष ष कभाई को ठोकय भायती बायत-सयकाय
[यारिऩनत-बवन की सीर व आचधकारयक साईन वारे दस्तावेज के साथ]
"काभिोय" बायत-सयकाय जनता के ऩैसे िैक्स के नाभ ऩय ठगन े व खैयात (भ
ु
फ्त फाॉिने) भें दो-िाय नोिों के फण्डर
पेंकने के अरावा द
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सयों की भेहनत ऩय लसपत पीता कािती है | हभ फात कय यहे है 7 वषो से िर यही पाइर की इसभें
केंर के अॊदय अरग-अरग ऩाटितमों वारी तथाकचथत सयकाय यही है औय तीन याज्मों (भध्मप्रदेश, याजस्थान, ग
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जयात) भें
िेफरों की सपय के दौयान अरग-अरग दर के याजनेता सत्ता भें थे | इसलरए आऩ इस ऩोस्ि ऩय ककसी एक याजनैनतक
ऩािी ववशेष मा व्मष्ट्क्त ववशेष की िैग नहीॊ रगा सकते है व अऩने बायतीम होने के दानमत्व से नहीॊ फि सकते |
हाम! ये ऩैसा, मे कैसा ऩैसा! ककतना बी डकायों ब
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ख ऽत्भ होती नहीॊ है | बायत-सयकाय को बी अऩनी आम से हिकय
ऩैसा िाटहए | भ
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नततमों के नाभ ऩय ऩैसा उड़ा रेने की खफयें ववदेशो भें उच्िाई वारी खफयें फना रेन ेके फाद कई देशों न े
बायत को लभरे उधायी के ऩैसों की धौंस ऩय सयकाय को आईना टदखामा है | इसलरए खयफों के कजत व रगाताय ि
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का यहे
धमाज के फाद अफ औय ककतना भाॊगे मही शॊशम का ववषम है |
घय-घय जाकय वोि भाॊगने वारे नेताओॊ को ही प्राम् भॊिी फनामा जाता है ताकक ववदेशो से उधाय व आचथतक सहमोग
भाॊगने भें अन
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बव की कभी नजय नहीॊ आमे | इसके ववऩयीत स
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ि-फ
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त, अरग से ववभान, अलसस्िैंिो की कताय व ऩैसे
खित कयने के कयोड़ों वारे कायनाभों के साथ जनता को भ
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फ्त फाॉिने की ढेयो पोिो व सेल्पी वारे प्रभाणों को देखकय
ववदेलशमों को रोन देने भें शभत आने रगी है |
इसलरए सयकाय ने प्रनतवषत रयज़वत फैंक से कभाई का टहस्सा रेने ऩय बी उसके रयज़वत धन ऩय अऩनी नजयें टिकाई है |
सयकाय के क
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छ भॊबिमों व प्रवक्ताओॊ ने इससे इन्काय ककमा है ऩयन्त
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रयज़वत फैंक के गवनतय औय उऩ गवनतय के इस्तीपे
के फाद भाभरा ज्मादा ऩेंिीदा हो गमा है | इसऩय जफयदस्त वववाद हो यहा है व भ
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फ्त फाॉिने के नाभ ऩय केंरीम भॊबिमों
की रम्ऩि फाजीचगयी हो यही है |
रयज़वत फैंक का ऩैसा लसयप् एक फाय लभरेगा जफकक हभन ेअऩने अववरकाय एड़ी-लसरयॊज की पाईर (President-House,
Letter Reference No.P1/D/1908110208, Dated 19- 08 - 2011) के साथ प्रनतवषत 220 बफलरमन (लभलरमन *