biranishri
(Biranishri)
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सकता है। अफ आऩ साभान्म ववऻान, अलबमाॊबिकी ववऻान ( इॊजीननमरयगॊ ) के फाद इसभें चिककत्सा ववऻान का वो सैद्ाॊनतक सभावेश
देखेंगे ष्ट्जनके अनतरयक्त व्मवस्था को ववकलसत कयने का कोई भागत नहीॊ है।
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स्तक का शीषतक फड़ा व्माऩक है जो हय साभाष्ट्जक ऺेि व सत्ता से ज
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ड़ा है औय ष्ट्जस सॊवैधाननक ऩद की फात हो यही है उस ऩय
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न कोई कैस बी नहीॊ िर सकता व ननजी जीवन के आबाव भें कोई टिप्ऩणी बी नहीॊ हो सकती है। इस सच्िाई की योशनी भें आऩ
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स्तक को टदमे गमे टदशाननदेशों के अन
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ॊखरा मा क्रभ भें ऩढ़े ताकक सभझने भें आसानी हो – रेखक
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निया में असरी स्वत् ि
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िने वारी लसरयजॊ के आववरकायक
बायत भें ऩेिेंि धायक को यारिीम अवाडत देने की श
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रुवात कयाने वारा
व्मष्ट्क्तगत तौय ऩय ऩेिेंि हालसर कयने वारे भध्मप्रदेश इनतहास के द
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सये व्मष्ट्क्त
350 वषत ऩ
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ननक प्राष्ट्स्िक आधारयत भेडडकर डडस्ऩोजेफर राईने भें बायत को अग्रणी फनाने वारे
सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि : अऩने आववरकाय के लरए अॊतयारिीम सॊस्थाओ से फधाई मा व्मष्ट्क्तगत आधारयत प्रबिकक्रमा: सम
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यारि सॊघ, अतॊ ययारिीम येडक्रॉस सोसाइिी जेनेवा ष्ट्स्वियज़यरडैं, द नरोफर पण्ड, बफर एॊड भेलरडॊ ा गेट्स पाउॊडेशन, द
ष्ट्क्रॊिन पाउॊडेशन इत्माटद - इत्माटद |