biranishri
(Biranishri)
#1
प्राप्त होती है | अफ आऩ मे तो सभझ ही गमे होंगे कक ष्ट्जतनी फीभारयमा होगी उतन व्माऩाय िरेगा, हॉष्ट्स्ऩिर िरेगा,
दवाईमा बफकेगी, कयोड़ो के वाये न्माये होंगे व फीभाय रोगो की सेवा से ऩ
ु
ण्म प्रऩात होगा जो बव सागय ऩाय रगा देगा |
आर
ू
के स्िाि, AC त वारी रेफो भें फने एस्सेंस, कीिनाशको से फने भावे की प्रनतवषत अयफो की लभठाईमा िि कय जाते है
टदवारी औय प्रत्मेक त्मौहाय ऩय िाॉदी तो क्मा एर
ु
लभननमभ से फन ेवकत रगाकय कइमों को फािे जा यहे है कपय बी बेड़
िार की तयह रगे ऩड़े है गामो को फिाने अये! द
ू
ध नहीॊ होगा तो क्मा पकत ऩड़ेगा..... असरी घी, भाखन, दही, व खोमा
ही तो नहीॊ लभरेगा ...... गौ-भाता की कसभ आज की कयीफन आधी आफादी को असरी घी णखरा दो दस्ते न रग जामे
तो हभाया नाभ अऽफाय भें छऩवा के फदर देना..... अबी अस्ऩतार जाने की नौफत आ यही है क्म
ु
की शयीय चिल्रा
ऩड़ता है मे तो नकरी है योज वारा भाकात का लसक्का रगा असरी नहीॊ.............
हभन े सेकड़ो यसामनो से फड़े जटिरता वारे पॉभ
ू
रत े के ऩेम फनामे है योज हीयो - हीयोइनों से ठ
ु
भके रगवा िी वी ऩय
कयोड़ो खि त कयके फतात े है क्मों..... आऩको डयने की जरुयत नहीॊ ...... सॊडास का िऩ बी ष्ट्जससे जगभगा जामे वो
आऩके ऩैि भें क्मा-क्मा ऩिा सकने की ताकत यखत े ह.... ै गाम के द
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ध भें केसीन प्रोिीन फाह
ु
ल्म भािा भें होता है,
हडडमो को भजफ
ू
त कयने वारी कैष्ट्ल्शमभ वारी ताकत व वविालभन डी औय फी काम्प्रेक्स प्रि
ु
य भािा भें ऩय उससे कबी
फढ़ते फच्िो की जरुयत कबी ऩ
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यी ह
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ई है क्मा आऩन े िी वी ऩय नहीॊ देखा ....... हभें अबी बी िॉकरेि, इरामिी पवौय
वारा ऩाउडय फच्िो को एक नहीॊ दो-दो िम्भि वऩराना ऩड़ता है अफ भहगाई के ज़भाने भें..... डफर खिात आभ आदभी
कैसे फदातस्त कय ऩामेगा |
अभीयी - गयीफी के पासरे को लभिाने का काभ बी नहीॊ कयने देते बगवान की भ
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नतमत ों से ज्मादा उनके प्रसाद वारी
लभठाईमा ज्मादा भहगी हो गई है 600 से 700 रुऩमे ककरो मानन लसपत 1000 ग्राभ भें बफक यही है जो अगरे दस सारो
भें 1500 से 2000 भें बफकेगी ....... इस झगड़े की जड़ है "द
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ध" न भार
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भ कैसी कैसी यॊग बफयॊगी यसीरे नभो भारी
हजायो प्रकाय की यस यसीरी लभठाईमा फना डारता है |
गाम एवॊ अन्म द
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धारू जानवय ऩारने से रोग गयीफ हो यहे है बरे ही मे बायत की आफादी के 70 पीसदी ककसानो भें से
95 पीसदी को द
ू
ध के भाध्मभ से हजायो रुऩमे भालसक कभाई देते हो ऩयन्त
ु
डफर सेंि
ु
यी वारी दारों व लसगॊ र सेंि
ु
यी
रगाने वारी सष्ट्धजमों के म
ु
ग भें एक इन्शान का ऩैि तो बयता नही ॊ जानवयो का कैस े बयेंगे..... जो 15 - 20 ग
ु
ना
ज्मादा खाना वो बी शाकाहायी खा जाते है..... इसलरए गाम बैस यहेगी नहीॊ तो रोगो को ऩमातप्त बोजन लभर ऩामेगा व
गयीफी औय ब
ु
खभयी खत्भ हो जामेगी |
भन की बायत द
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ध उत्ऩादन भें द
ु
ननमा के अॊदय नॊफय वन है ष्ट्जसने 2013 भें 132 लभलरमन िन उत्ऩादन कया था जो
वस्त
ु
ष्ट्स्थनत फनी यही व ग्रोथ बी इसी दय से फढ़ा तो 2022 तक मह फढ़कय 200 लभलरमन िन हो जामेगा ...... ऩयन्त
ु
रगाताय धन के अबाव भें ककसानो के आत्भहत्मा कयने से मह रक्ष्म प्राप्त कयना भ
ु
ष्ट्श्कर हो यहा है..... कभ से कभ
भाॊस ननमातत भें बायत का नॊफय वन तभगा छीनने को क्मों रोग देश व अक्कर के द
ु
श्भन फने ऩड़े है |
घी, गौ-भ
ू
ि, गोफय के हजायो पामदे हो सकते है ऩय रोग मे क्मों नही ॊसभझते की हभें ववकलसत देशो भें शालभर होना
है...... यसोई गैस ऩाइऩ राइन से ऩॊह
ु
िा यहे है तो गोफय के कॊदो की जरुयत कहा है मे तो लसपत 6 कयोड़ िन रकडडमो
को जराने से फिाते है..... ववदेश फैंक से ऩैसा रोन रेकय उद्दायी के भाध्मभ से घय घय गाडड़मा औय फाइक फह
ु
िाई जा
यही है तो फैरगाडड़मों की जरुयत क्मों है | 2004 - 2005 भें येर भें 511.2 कयोड़ रोगो ने सपय ककमा जफकक फेरगाडी
भें 2044.8 कयोड़ ने..... साभान ढोने की फात कय रे तो िेनों ने 55.7 कयोड़ िन भॉर ढोमा तो फैरगाडड़मों ने 278.5
कयोड़ िन..... अफ हभ कफ तक ककसानो को आत्भहत्मा कयने देंगे उनके जीवन को बी उच्ि उठाना है औय गाम बेसो