biranishri
(Biranishri)
#1
को हिवाना है | फेरो का क्मा ववऻानॊ को ख
ु
द कहती है 30 गामो ऩय एक फैर जन्भ रेता है..... मे तो अऩने आऩ लभि
जामेगे |
आज 70 पीसदी ककसानो के ऩास 2 एकड़ स े बी काभ जभीन है उप्ऩय से ववकास व ववदेश ननवेश के लरए ब
ू
लभ
अचधग्रण कयन े की बायी चितॊ ा ...... ऐस े भें गाम बेस ऩारेगा तो उसके यहने की जगह कहा फिेगी | इसलरए इन्हे
हिाना ऩड़ेगा, पसर िक्र औय देशी खाद के िक्र भें क्मों ऩड़े है जभीन की उवतयकता से अथतव्मवस्था के आॊकड़े थोड़ी
फढ़ते है उसके लरए तो लसपत अॊग्रेजी ऻान र राइसेंस औय खाद िाटहए......
गौ-भ
ू
ि भें कीिनाशनक की ऺभता होती है | एक गाम के जीवन बय के ऩेशाफ से 10 एकड़ की खड़ी पसर को कीड़ो स े
फिा सकत े है व गोफय से 5 एकड़ जभीन की उवतयक ऺभता ऩयन्त
ु
गामे बेसे फनी यही तो ककतनी कॊऩननमा फफातद हो
जामेगी, ऩ
ू
यी अथतव्मवस्था की भॊदी के दौय भें फट्टा फैठ जामेगा.... रोग सभझते क्मों नहीॊ.......
20 गामो से एक सार भें $58788 कभा सकते है मह तो आदशत है क्मों की फामो-गैस, जैववक खाद, बण्डायण के लरए
ववदेशी ननवेश आता कहा है ....... सार बय भेहनत कयके लसपत ववदेशी फैंको का धमाज बयने से अच्छा एक फाय गौ-भाॊस
व भाॊस सप्राई कय भाभरा ही खत्भ क्मों न कय दे अफ तो प्रिाय बी जफयदत हो गमा इसलरए दाभ बी दभदाय लभरेंगे
| बायत भें लशऺा का स्तय फह
ु
त ननिे है इसलरए रोगो के सभझ भें अथतशास्ि नहीॊ आता ...... देश िराना कोई गाम
बैस ियाने जैसा थोड़ी है |
फ
ु
ढ़ाऩे भें इॊसानी भाॉ-फाऩ को दय-दय की ठोकय णखरने की नई सभ्मता के अचधकाॊश ऻानी व वववेकशीर गाम के भाॊस व
अन्म जानवयो के भाॊस भें अॊतय का ऩयभ ऻान फाॉि यहे है कपय बी रोग नहीॊ सभझते की अन्नदाता कहराने वारे
ककसान सयेआभ आत्भहत्मा कयता है तफ टदर नहीॊ ऩसीजता तो गौ भाता के नाभ ऩय इॊसानी फच्िो के ऩीछे ऩद इॊसानी
भाताओ के जीवन फफातद कय देने से कोनसे शास्ि की ऩ
ू
नत तहो जामेगी व ककतने रोग सभझदाय हो जामेगे......
आकड़ो के ग्राप तो मही कहत े ह ै गामो को कािकय उनका भाॊस खा जाओ, कपय बेसो का स्वाह औय आगे एक एक
कयके सफका कल्माण..... ऩहरे अऩना ऩैि बयना िाटहए.... शास्िो भें झ
ू
ठ थोड़ी ही लरखा है की ब
ू
खे ऩैि बजन नही ॊ
होते ........अच्छा खाना, तॊदरुस्त जीवन, बववरम की चितॊ ा सफका बरा, दमा, नैनतकता, इॊसाननमत, रयश्तो की भमातदामे
सफ चगयते जा यहे औय इन्शान जानवयो की बाॊनत दो-िाय नहीॊ गाडड़मों भें 150 - 200 ठ
ू
स के जान े रगे है तो कपय
जानवयो की तयह भाॊस खाने भें क्मा हजत है ...... ऩहरे बी तो खाते थे ......... इतनी सी फाॉि रोगो के सभझ भें क्मों
नहीॊ आती | इसके लरए आऩस भें हाथ-ऩैय व सय पोड़के मे क्मों साबफत कयने रग जाते है की उन्होंन ेबी भाॊस खामा
इसलरए जानवयो वारी ही हयकत कयेंगे.......
भ
ू
तीमाॊ ननभातण की दौड़ श
ु
रू से सभझे औय आगे इसका ऩरयणाभ क्मा होगा वो बी जान रे |
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
स्िेच
ऑप म
ननिी व यन पॉय म
ननिी
तरवाय की धाय ऩय हभ लरखकय फता यहे है अफ कभेंि व राइको की डगय ऩय लभिो टदखाओ िरकय मे देश है त
ु
म्हाया
औय भ
ू
नतमत ों का ऩैसा ढोन ेवारे त
ु
म्ही ॊहो कर के |