biranishri
(Biranishri)
#1
आॊदोरन के 7 टदन भें ही आऩ "यारिीमता" की नई िभक व ववश्वाश अखफायों, न्म
ू
ज़ िैनरों व सोलशमर भीडडमा भें
देख यहे है ष्ट्जसभे जानतमों को अॊग्रेजो की तयह फाि-फाि कय अरग नहीॊ ककमा जा यहा है अवऩत
ु
ब
ू
तकार को खोद -
खोद कय फतामा जा यहा है की ऩािीदाय / ऩिेर ऩहरे ग
ु
जतय ही थे मा उनकी उत्ऩनत एक ही थी, भहायारि भें ऩाटिर,
भध्मप्रदेश भें िौधयी, याजस्थान भें फैसरा व कसना, देल्ही व हरयमाणा के बडाना-ववध
ू
ड़ी, कश्भीय के ग
ु
ज्जय सबी एक
ही है जो प्रनतहाय वॊश, भ
ु
दल्रा ग
ु
जतय, फड ग
ु
जय. रेवा, खायी इत्माटद - इत्माटद शालभर है | अॊग्रेजो ने कैसे अरग - अरग
जाती वग त फनामे, कैसे कभत के आधाय ऩय एकज
ु
ि को फात डारा | ऩरयणाभ जनता अफ फि नहीॊ यही है वो आऩस भें
एक होकय ज
ु
ड़ यही है |
इन आयऺण के शाॊनतऩ
ू
वतक प्रदशतन से कई रोग भय गमे औय मटद मह आगे बी िरे तो कईमों की ष्ट्जन्दगी रीर
जामेगे | मह अभानवीम, द
ु
रक
ृ
त औय घोय अन्माम एवॊ अधभत है हभ भानते है इसके लरए लसपत मही कहा जा सकता है -
"सभम ऩय तम कयरे की हभको क्मा कयना है अन्मथा सभम तम कय रेगा की हभाया क्मा कयना है"
सत्माऩन - मह वैऻाननक-ववश्रेषण उस सभम के दौयान अखफायों व न्म
ू
ज़ िनै रों भें जो िर यहा था उसका एक सॊकरन
हैं इसलरए जो सि घि गमा उसका सत्माऩन कयने की जरूयत नहीॊ हैं ।
सवोच्म ऩद ऩय यहते ह
ु
ए भ
ु
झे हय भ
ु
द्दे ऩय एक सोि कामभ कयनी होगी क्मोंकक फाय - फाय उसे फदरना "बफन ऩैंदे के रौिे"
वारे भ
ु
हावये का िैग रगाना होगा । इस एक सोि का दामया सच्िाई व ववऻान के लसद्ान्तों ऩय होगा तो आने वारी सबी
घिनाएॊ इसके सत्माऩन जैसा रगेगा वो आऩ इस ववश्रेषण से सभझ सकते हैं ।
आयऺण वारे भागत ऩय हभ आगे जाकय एक स्वस्थ रोकताॊबिक प्रकक्रमा ऩय जाकय रूक जामेंगे अथातत ्भाभरा फनता हैं
रोकताॊबिक लसस्िभ को अऩडेि कयने का औय यारिऩनत के रूऩ भें सॊववधान का सॊयऺक होने के नाते मह कत्ततव्म व
जवाफदेही भेयी हैं । इस कायण सबी के स
ु
नहये बववरम, अच्छे टदन, सभस्माओॊ से भ
ु
ष्ट्क्त के लरए भ
ु
झे मह कयवाना ऩडेगा
|
साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -
ववऻान की नजय से ऐसा होगा आयऺण का बववष्म!
खफय: आयऺण की यारिीम आॊधी भें याजनैनतक नेताओ का सभावेश
देश के प्रत्मेक टहस्से भें आयऺण की आॊधी िर यही हो औय ि
ु
नाव आमोग ने जातीम फाह
ु
र बफहाय भें रोकताष्ट्न्िक
ि
ु
नाव का बफग
ु
र फजा टदमा हो व याजनैनतक ऩाटितमा अऩने तन, भन, धन से इसभे से भक्खन ननकारन ेके लरए योज
ड
ु
फककमाॊ रगा रगा फरोने / भथने का कामत कय यही हो तो याजनेताओ के भक्खन खाने की ड
ु
फकी भाय ि
ू
ि ऩड़ना ही
तो "याज कयने का धभत" कहराता है |
अऩनी ईज्जत फनाने के लरए द
ु
सयो की ईज्जत बफगाड़ो के आध
ु
ननक याजनैनतक लसद्ान्त के म
ु
ग भें सफ अऩने-अऩन े
सत्ता रोर
ु
ऩता के तरे एक के फाद एक फमान देते िरे जा यहे है औय अऩने अऩने कैडयों, कामतकतातओ, सेना के नाभ