biranishri
(Biranishri)
#1
से फनामे ग्र
ु
ऩो के भाध्मभ से जनता को उसकी ये सभझाने के लरए झ
ू
ठ को सौ फाय फ
ु
रवा-फ
ु
रवा के सि भें फदरने की
साभाष्ट्जक इॊजननमरयॊग के पॉभ
ू
तरे का इस्तेभार कय यहे है |
सोशर भीडडमा के भाध्मभ से सेकॊड दय सेकॊड पॉयवडत कय वऩछरे 60 वषो के सभम को ऩाय कयने की होड़ भिी है
ताकक इसके ह
ु
ए व होने वारे न
ु
कसान को सभझामा जा सके |
एक ननष्ट्श्ित दामये, कॊऩनी, सॊगठन, ऺेिवाद सभ
ू
ह से आचथतक, साभाष्ट्जक, धालभतक रूऩ से फॊधे सराहकाय सभम की
गभी को बाऩकय मह फताने, सभझाने व काि
ू
तन फनाकय द
ू
ध का द
ू
ध साबफत कयने के लरए रगे ऩड़े है कक आयऺण
बववरम भें हभें कहा तक फािॉ डारगे ा जैस: े - ऑऩयेशन के सभम डॉक्ियों की िीभ का ि
ु
नाव जानतवाद के प्रभाण-ऩिो से
|
मह सफ ह
ु
ई आभ फाते ऩय वाकई भें हाथ क्मा आमेगा उस ऩय ही ववऻान के लसद्ान्त अन
ु
साय योशनी डारना ज्मादा
जरुयी है क्म
ु
कक द
ू
ध का जर छाछ को बी प
ू
क भायकय ऩीता है औय भण्डर व कभॊडर से फड़ी भ
ु
ष्ट्श्कर से छ
ू
िा इन्शान
भराई को ऩहरे िि कयके कपय भक्खन के लरए योड ऩय ननकरन ेरगा है |
आयऺण व जानतवाद की आग भें इतना लभश्ण हो जामेगा की उसे ऩ
ृ
थक कय ऩाना असॊबव हो जामेगा | इससे सोि
फढ़कय साभाष्ट्जक स्तय की हो जाएगी | इसके फीि फीि भें ऩ
ु
लरस का डॊडा, सेना का भाित, रार फत्ती का सामयन, क
ु
सी
की िभक व ऩद का ग
ु
रुय आग के लरए "घी" का काभ कयेंगे | सभम-सभम ऩय शाष्ट्न्त टदखाई देगी ऩय शोरे भें दफी
आग हभेशा ऩहरे से ज्मादा फड़ी रऩिों के साथ ननकरती यहेगी |
याजनीती व ि
ु
नाव आमोग के याज्मों भें ई वी एभ भशीन भ्रभण के साथ-साथ स
ु
य-तार फदरते यहेंगे | जहा ष्ट्जस जाती
के रोग ज्मादा होंगे ऊि को उसी कयवि बफठा टदमा जामेगा | ि
ु
नाव का यॊग व सीिो के जीत-हाय वारे सवो के सि
जाटहय होने रगेंगे तो मह ऊि द
ु
फाया सीधा खड़ा हो जामेगा |
ववदेशो भें घ
ू
भ-घ
ू
भ वह बफखये ऻान को फिोय राने वारे लसपत एक ही उऩाम भोिी पीस के साथ देते टदखेंगे की आयऺण
जानत के आधाय ऩय नहीॊ आचथतक आधाय ऩय देना श
ु
रू कय दो | इसका ऩरयणाभ छोिे ऺेि ववशषे वारे दर बड़केंगे ऩय
इनके नेताओ के ब
ू
तकार के कारे अऺय वारे अॉधेये व बववरम की फारयश के कारे फादरों के अॊतय को जनता सभझन े
रगेगी जो बफजरी की िभक के बाॊनत ऻान-प्रकाश व सभम से ऩ
ु
लरस की बाॊनत रेि नही ॊऩहरे ऩह
ु
ॊिे सोशर भीडडमा के
पॉयवड तसे दो औय इससे अचधक जानतमों को आऩस भें हाथ-ऩैय वारी लबड़ॊत से फिामेगी |
फड़े ऻानी, सफर, फाह
ु
फरी, याज की िाह वारे नेताओ के ऩहरे आयऺण की भराई त्माग के सभऩतण से फि ननकर िरे
जाने से बववरम की फारयश से ऩहरे चगये नछिो से भािी की ख
ु
शफ
ु
भहकती यहेगी |
सॊसद, ववधानसबा, सयकाये, ष्ट्जम्भेदाय रोग एक होने रगेंगे व आयऺण को रेकय एक आमोग फनाने को तैमाय हो
जामेगे वह बी व्मष्ट्क्तवादी रोगो के अऩनी-अऩनी नाक का अहसास कयने के फाद | प्रत्मेक छोिा-भोिा याजनेता अऩनी
अऩनी ऩािी के यॊग का झॊडा रेकय सफसे आगे खड़ा हो जामेगा क्म
ु
कक उसे आमोग का कामकत ार फढ़ाते यहना, जज का
फदरना, बफर को पाड़ डारना, शोय-शयाफ े से फोरते भ
ु
ॉह ऩय ऩदात डार देना आटद ऩािी लशऺा के प्रभाण-ऩि का
गोल्ड़भेडर सीने ऩय िॊगे होने का आत्भववश्वाश उन्हें टदराता यहेगा | मह आमोग सदस्मों की सॊख्मा औय उसके िेहयों
को रेकय आयऺण की जानतवाद के खेर भें साऩ-सीढ़ी के कोनसे नॊफय ऩय ननगर लरमा जामेगा वो ऩता तक नहीॊ िर
ऩामेगा |
सयकायों द्वाया 50 पीसदी की उच्ितभ न्मामारम की आयऺण सीभा द्वाया ज्मादा आयऺण कयके न्माम की आखो ऩय