biranishri
(Biranishri)
#1
इस रोकतॊि के अॊदय ककन रोगो न े याजनीनत को अॊदय घ
ु
सामा वो स्ऩरि नहीॊ है | भहात्भा गाॉधी को आधाय भाने तो
वो आजादी के फाद काॊग्रेस को ऽत्भ कयना िाहते थे क्मोकक उसका कामत व सभम दोनों ऩ
ु
ये हो ि
ु
के थे |
"याजनीनत" मानन याज कयने की नीनत मह तो याजतन्ि भें एक याजा अच्छे से व जनटहत भें याज कये उसके लरए फनामे
ननमभो का भ
ू
र आधाय था | इसका श्ेम प्रभ
ु
ख रूऩ से िाणक्म को जाता है | आज बी िाणक्म के उऩदेशो को रेकय
कई ननणतमों को उचित ठहयाने की कोलशश होती है | िाणक्म ने मे लसद्ाॊत लरखे तफ ऩरयवायवाद औय ष्ट्जसकी राठी
उसकी बैंस व याजा ही बगवान होता है वो जो कहे वो सही.... टदन दो टदन व यात तो यात ...का सभम वारा दौय था |
इन सबी के भध्म सोिने व सभझने वारी फात मह है कक "याजतन्ि" राग
ु
नहीॊ ह
ु
आ तो याजनीनत को जफयन ककसन े
थोऩ टदमा | रोकतॊि भें रोकनीनत फनानी िाटहए थी व याजनैनतक ऩाटितमों की जगह रोकताष्ट्न्िक सॊगठन फनाने िाटहए
| आज के दौय भें कई सॊगठन अऩन ेनाभ के ऩीछे सेना रगा याजा-भहायाजा के सभम की सोि के अन
ु
रूऩ काम तकयते है
|
इस याजनीनत के भ
ू
र भें होने के कायण आऩ देख सकते है कक देश का अचधकाॊश याजनैनतक ऩाटितमों भें एक व्मष्ट्क्त मा
उसके ऩरयवाय का ही दफदफा है | कोई बी व्मष्ट्क्त सत्ता भें आमे वो याजा कक तयह सबी सॊस्थानों, ऩािी के कामतकतातओ,
कभतिारयमों के तॊि व आभ जनता को अऩन ेननिे मा अधीन यखना िाहता है |
इस देश भें कई भहान रोग ह
ु
मे व नेता बी फने वो देश को ववकास के भागत ऩय रे गमे | इनके कायण आज कई ऺेि
भें हभें उन्ननत कक झरक देखने को लभरती है ऩयन्त
ु
सभकारीन द
ू
सये देशो कक त
ु
रना भें फह
ु
त कभ नजय आती है |
आज बी कई अच्छे रोग इस ऺेि से ज
ु
ड़े है ऩयन्त
ु
ऩरयणाभ स
ु
खद नहीॊ आ यहे है औय आ सकते है | इसका प्रभ
ु
ख
कायण है याजनीनत के तौय-तयीको वारी ़ान
ू
नी ऩिरयमों ऩय ककतनी बी अच्छी व स
ु
न्दय िेन दौड़ा रे वो उसी स्थान ऩय
रे जाती है जहा ऩिरयमा जाती है |
आऩ वऩछरे ऩाॊि से दस वषो का यारिीम रूऩ देख रे जो बी आॊदोरन व भ
ू
वभेंि ह
ु
आ है वो अॊत भें द
ू
यगाभी सोि
ववहीनता के कायण यारि ननभातण के लरए याजनीनत कक ऩिरयमों ऩय दौड़ने रगता है ऩरयणाभ ग
ु
ड़ गोफय हो जाता है |
नई ववकलसत रोकताष्ट्न्िक व्मवस्था भें इस याजनीनत के कान
ू
नों को सफसे ऩहरे द
ू
य यखा जामेगा औय इसके ज
ु
ड़े रोगो
व सॊगठनो तो रोकताष्ट्न्िक ऩाितमों कक टदशा व रोकनीनत कक ऩिरयमों भें रामा जामेगा | इसका एक प्रारूऩ हभन े
यारिऩनत-बवन कक सीर व साईन के साथ वऩछरी ऩोस्ि भें प्रस्त
ु
त कया था | इस फाय लसपत प्रारूऩ को ऩोस्ि कय यहे है
ताकक आऩ अच्छे से सभझ सके |
हभाये ऩास फड़े स्तय ऩय िराने के लरए सॊसाधन व नेिवकत नहीॊ है इसलरए एक-एक कदभ आचथतक रूऩ से स
ु
दृढ़ होत े
होते आगे फढ़ा जामेगा | इससे ज
ु
ड़ने व अऩने मोगदान के लरए आऩ हभसे सॊऩकत कय सकते है |
व्मवस्था के लरए ष्ट्जम्भेदाय रोंग ककस तयह ककसी द
ु
सयी काभमाफी ऩय फधाई देकय अऩने कतव्तमों व जवाफदेही को छ
ु
ऩा
रेते हैं । हभाये ऩास काबफर रोग व ऺभताएॊ हैं तफ बी ऺेि ववशेष के दामये भें फॊधे यहने के कायण क
ु
छ बी नहीॊ कय
ऩाते हैं ।