biranishri
(Biranishri)
#1
सभम इन सबी को रेकय इतना फफातद हो गमा है कक अफ लसपत कान
ू
न फनाने से क
ु
छ नहीॊ होगा अवऩत
ु
कान
ू
न ष्ट्जसके
के तहत फनते है उस व्मवस्था को ही ववकलसत कयना ऩड़ेगा | याजतन्ि व ऩािीतॊि के फाद लसपत रोकतॊि ही सवतश्ेस्ठ
है इसके आगे क
ु
छ बी नहीॊ है | इसलरए हभ रोकतॊि को हिाने की नहीॊ उसको ववकलसत कयनी की फात कय यहे है |
बायत भें मा अन्म ककसी बी रोकताष्ट्न्िक देश भें एक फाय सॊववधान ननभातण के फाद सॊसदीम प्रकक्रमा से सभम के
अन
ु
रूऩ कयी प्रावधान जोड़े व हिामे गमे ऩयन्त
ु
हभेशा एक ऩहर
ू
को जोड़ने के कायण कई द
ू
सये ऩहर
ू
गड़फड़ हो गमे |
इसे आऩ वततभान के सवणो को आचथतक आधाय ऩय सॊववधान सॊसोधन कय 10 पीसदी आयऺण देने को रेकय सभझ
सकते है | इसके तहत सॊववधान के अन्म प्रावधनों व कान
ू
नों के तहत आमकय ववबाग 2. 5 राख वावषतक आभदनी वारो
को अभीय व सऺभ भान आमकय वस
ू
रती है जफकक आयऺण का प्रावधान 8 राख से कभ आभदनी वारो को आथतक
रूऩ से कभजोय व साभाष्ट्जक रूऩ से वऩछड़ा ह
ु
आ भानता है |
सॊववधान भें अऩडेि कयने की फात कयना फड़ा ऩेिीदा भाभरा है औय रोगो की साभान्म सोि के अन
ु
रूऩ ही ज्मादा
सॊवेदनशीर व बावनात्भक भ
ु
द्दा है | इसका कायण मह है कक हभने जन्भटदवस फना-फना व भ
ु
नतमत ा रगा के भहाऩ
ु
रुषों
के कामो को ऩीछे धकेर कय उनके िेहयों को हावी फना डारा है |
इस अऩडेि को आऩ साभन्म रूऩ से इस प्रकाय सभझ सकते है कक ऩहरे भीडडमा के रूऩ भें लसपत अखफायों का प्रकाशन
होता था | ष्ट्जसभे व्मॊगात्भक रूऩ से टिप्ऩणी के लरए एक झयोखे भें मा टहस्से भें काि
ू
तन का प्रकाशन ककमा जाता था व
हो यहा है | सभम के ववकास के साथ इरेक्िॉननक भीडडमा के आने ऩय इन काि
ू
तनों को छोिी भ
ू
वी का रूऩ दे टदमा गमा
| इन्हे आऩ सो सॉयी जैसे कई नाभो से देखते है |
इस नमे अऩडेि भें साये ऩह
ु
रओॊ को श
ु
रू से एक साथ देखा जामेगा व वततभान के सॊववधान के अध्मामों के साथ एक-
एक कदभ आगे फढ़ा जामेगा | इसकी तकननकी का आधाय ऩ
ू
यी तयह ववऻान ऩय आधारयत होगा | ष्ट्जसने श
ु
रू से हभें
अन्धववश्वास, जानतवाद, साभाष्ट्जक क
ु
यनतमों से उप्ऩय उठामा है | इसे सभझने के लरए आऩ इस ववऻान के आधाय को
गहयाई से भॊथन कये |
अॊतरयऺ भें िन्रभा ऩय ईन्शान ने अऩने कदभ यखे है ऩयन्त
ु
भॊगर ग्रह ऩय ऩैय बी नहीॊ यखा वह हवा ऩानी है मा नहीॊ
उसका बी ऩता नहीॊ ऩयन्त
ु
ऩ
ृ
थ्वी की जभीन ऩय फैठ सबी ऩरयष्ट्स्तचथ का आकरन कय क
ृ
बिभ उऩग्रह व मान भें भशीनों
के भाध्मभ से काभमाफी के झॊडे गाढ़े जा यहे है | इस प्रकाय अऩने सॊववधान के बववरम को ख
ु
शन
ु
भा, भ्रिािाय, गयीफी,
फेयोजगायी, भहॊगाई, जानतवाद आटद सभस्माओ से भ
ु
क्त कय सपरता की मोजनाओ का ननभातण कया जामेगा |
इसके लरए हभने श्ी गणेश का अचग्रभ कदभ अऩने अववरकाय की पाइर के साथ यारिऩनत -भहोदम को बेज आगे फढ़ा
टदमा है | इस ववकलसत प्रणारी का एक प्रारूऩ आऩको प्रस्त
ु
त कय यहे है ष्ट्जस ऩय यारिऩनत-सचिवारम की भोहय रगी है
व अचधकारयमो के हस्ताऺय है |
द
ू
सयों के ऩीछे दौड़कय कबी बी प्रथभ नहीॊ आ सकते औय एक तयीके से सपर हो जाने ऩय उसे द
ु
फाया इस्तेभार कयके
व्मवस्था भें फदराव नहीॊ रा सकते है | हभ फात कयते है ववश्वग
ु
रु फनने की तो हभाये आियण, कभत व सोि बी उसी
के दज
े
की होनी िाटहए | द
ु
ननमा का हय रोकताष्ट्न्िक देश उसकी वततभान सभस्माओ से भ
ु
ष्ट्क्त िाहता है व उसका
उऩाम ढ
ू
ॊढ यहा है ऩयन्त
ु
मह उऩाम बायत के यारिऩनत के ऩास वविायाधीन है |
ववश्वग
ु
रु फनने के लरए गणतॊि का झॊडा पहयाने से ज्मादा उसके िक्र के अन
ु
रूऩ सभम के साथ आगे कदभ फढ़ा झॊडे
को सच्िाई व असरी जीवन के धयातर ऩय गाढ़ना ऩड़ेगा | अफ द
ु
ननमा के सफसे फड़े रोकतॊि बायत के यारिऩनत -