biranishri
(Biranishri)
#1
कयना वववाद को ववकयार कय गमा |
इस वववाद ऩय ऐनतहालसक उच्ितभ न्मामरम का यात को रगना व फड़े - फड़ ेववशेषऻों द्वाया सॊववधान के ववश्रेषण का
ऻान फाॊिने से देश की जनता व वोिय फड़ी ऩयेशानी भें ऩड़ गमे | हभेशा की तयह इस फाय बी उनको कोई पकत नहीॊ
ऩड़ता ऩयन्त
ु
स्क
ू
र, कॉरेज जाते उनके फच्िे िीवी प्रसायण से सॊववधान सभझ गमे व उनके साथ होते आ यहे घोय
अन्माम से उद्वेलरत होने रगे |
रोकसबा व ववधानसबा ि
ु
नाव के फाद यारिऩनत व याज्मऩार सफसे फड़े दर के नेता मा ि
ु
नाव ऩ
ू
वत व ि
ु
नाव फाद फने
सफसे फड़े गढ़फॊधन के नेता को फ
ु
राकय प्रधानभॊिी मा भ
ु
ख्मभॊिी फना देते है व शऩथ टदरवा ऩ
ु
यी सत्ता का अचधकाय दे
देते है व कहते है कक इन ननधातरयत टदनों भें रोकसबा मा ववधानसबा के ऩिर ऩय साबफत कयो कक आऩके ऩास
प्रधानभॊिी मा भ
ु
ख्मभॊिी फनाने रामक जरुयी सभथतन है मा नहीॊ ...
इस ऩयीऺा भें प्रधानभॊिी मा भ
ु
ख्मभॊिी पेर हो जाता है तो उसे ऩड़ से इस्तीपा देना ऩड़ता है ऩयन्त
ु
इसका खालभमाजा
देश की जनता व म
ु
वा ऩीढ़ी को जीवनबय ब
ु
गतना ऩड़ता है | इन व्मष्ट्क्त को अफ ऩ
ु
ये जीवन बय उस ऩद के अन
ु
रूऩ
ऩेंशन, आदय, फॊगरा व सायी स
ु
ववधाएॊ देनी ऩड़ती है | फच्िो को बी जफयन ऩ
ु
ये जीवन बय ककतने प्रधानभॊिी व
भ
ु
ख्मभॊिी फने वो माद यखना ऩड़ता है उसकी जीवनी ऩढ़नी ऩड़ती है ताकक वो ऩयीऺाओॊ भें उचित जवाफ देकय ऩास हो
सके |
इस तयह भ
ु
ख्मभॊिी फने व्मष्ट्क्तमों को असॊवैधाननक होने के कायण मा फ्रोय िेस्ि भें अनैनतक तयीको से ऩयीऺा ऩास
कयने ऩय उच्ितभ न्मामरम ऩद से हिा ि
ु
का है मा इस्तीपा देने को वववश कय ि
ु
का है | इसके अतरयक्त ऩ
ु
ये प्रकयण
को असॊवैधाननक कयाय दे ि
ु
का है | इसके फावज
ू
द बी मे नाभ इन सॊवैधाननक ऩदों ऩय से हभेशा के लरए ज
ु
ड़े यहते है |
इससे अफ ऩाॊिवी बी ऩास नहीॊ कये छोिे फच्िे कहने रगे है कक जफ प्रधानभॊिी व भ
ु
ख्मभॊिी कक ऩयीऺा ऩास कय ने से
ऩहरे ही शऩथ टदराई जाती है तो सॊववधान के तहत उनके साथ अन्माम क्मों हो यहा है | उन्हें बी ऩयीऺा के ऩहरे
ऩास होने का प्रभाण-ऩि देना िाटहए मटद पेर हो गमे तो प्रभाण-ऩि वावऩस दे देंगे उसको रेकय बागेंगे नही.....ॊ
आज हय ऩद ऩय नौकयी व डडग्री के लरए िमन ऩयीऺा होती है ष्ट्जसभे राखो-कयोडो लशक्षऺत रोग बाग रेते है | वे सबी
बी िेरीववज़न ऩय आने वारे प्रसायण को सभझने व कागजो ऩय लरखे मा छऩे कारे अऺयों को ऩढ़ ऩाने के कायण फड़े
क्रोचधत है | इनका बी कहना है कक सॊववधन के तहत ऩहरे नौकयी लभरने का जोइननगॊ रेिय लभरना िाटहए व फाद भें
ऩयीऺा होनी िाटहए |
आभ जनता के लरए अरग कान
ू
न होता है व उसके प्रनतननचध के लरए अरग कान
ू
न होता है मह सभझ से ऩये है
क्मोकक सॊववधान भें लरखी फाते सबी के लरए एक है अरग - अरग कहा है |