यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
बायतीम सॊववधान के सॊयऺक यारिऩनत हैं व न्मामऩालरका इसी के कान


न को आधाय फनामे यखते ह


ए न्माम-अन्माम को

तम कयके रोगों को पैसरा स


नाती हैं । जफ इसके शीषत ऩदों वारे रोग ही सच्िाई फता यहें हैं तो कपय व्मवस्था भें िर

यहे ववघिन को स्वीकाय कय रेना िाटहए । इसको योकने का उऩाम हैं इसलरए त


यन्त उस ऩय आकय सॊववधान के

भाध्मभ से बी रोगों ऩय अन्माम व प्रकक्रमा वश अन्माम हो यहा हैं उसे योकना िाटहए । इसको इस फात से अच्छी तयह

सभझ सकते है कक उच्ितभ न्मामारम के न्मामाधीशों सटहत अन्म सबी न्मामाधीश सेवाननव


त होने के फाद सावजत ननक

रूऩ से स


धाय की भ


फ्त सराह देते यहते हैं जफकक इच्छाशष्ट्क्त व सि साभने होने ऩय बी वे ऩद पय यहकय क


छ नहीॊ

कय ऩामे |

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -




प्रीभ सॊकि के स



प्रीभ हर के फावज


द स



प्रीभ की च



प्ऩी!


खफय:- स


प्रीभ कोित के वततभान िाय न्मामाधीशो ने इनतहास भें ऩहरी फाय प्रेस -काॊफ्रेंस कयते ह


ए स


प्रीभ कोित के

अॊदय सफक


छ ठीक नहीॊ होने का सि उजागय ककमा |

वैऻाननक-ववश्रेषण श


रू से कहता आ यहा है कक हभ श


न्म की तयप फढ़ यहे है | इसी सभम के फढ़ते िक्र भें आज

बायतीम रोकतॊि के एक स्तम्फ न्मामऩालरका की आई खफयों ने रगाताय आगे फढ़ने ऩय भोहय रगा दी | महाॉ "श


न्म"

सफक


छ ऽत्भ होने का घोतक है औय नई ववकलसत व्मवस्था के प्रनतक का बी |

उच्ितभ न्मामारम के वततभान िाय न्मामाधीशों ने ऩहरी फाय प्रेस -कॉन्फ्रेंस के भाध्मभ से जनता की अदारत भें ष्ट्जन



द्दों को यख कय रोकतॊि के खतये की फात कही वो व्मष्ट्क्तगत ऩद , अग्रणी होने के अहभ्, रारि, अहॊकाय को रेकय

नहीॊ अवऩत


उच्ितभ न्मामारम की आतॊरयक व्मवस्थाओ की गड़फड़ी को रेकय है |

िायो भाननीम न्मामाधीशों ने अऩने दो भास के रगाताय ककमे प्रमासों को फतामा तो मह स्ऩरि हो गमा की ऩ


ये लसस्िभ

भें क


छ फदराव कयने हो तो उनका कोई तयीका अन्म सॊवैधाननक ढािो के सभान इसभें बी नहीॊ है | मटद मे िायो जज

जॊतय-भॊतय ऩय धयने ऩय फैठ जाते मा अनशन बी कयते तो ऩरयणाभ ठाक के तीन ऩात वारे ही यहते |

रोकतॊि के एक स्तम्फ न्मामऩालरका का एक अॊग फहाय ननकर भीडडमा के साभने आमा तो इसने ख


द अऩने भ


ॉह लभमा

लभठ


फनने का याग जऩना श


रू कय टदमा कक रोकतॊि का एक स्तम्फ - िौथे स्तम्फ के साभने आमा जफकक सच्िाई

मह है की इन्हे आईना देकय ख


द अऩना िेहया देखने को कहा जामे तो सायी हवाईमाॊ उड़ जाती है | मे अऩने आऩ को

ककतना ही रोक्तन्ि का िौथा स्तम्फ कह रे हकीकत भें न तो इन्हे को सॊवैधाननक अचधकाय टदमा गमा है नहीॊ

सॊवैधाननक िेहया | मे द


सयो को न्माम की फात कयरे ऩयन्त


उसकी जरुयत सफसे ऩहरे व ज्मादा इन्हे है | टदमे तरे

अॊधकाय की ऩाॊिवी स्तय की लशऺा आऩ ब


रे थोड़ी है |

भीडडमा ववशेष रूऩ से इरेक्िॉननक रूऩ ने अऩनी फहस भें याजनेताओ को फ


रा-फ


रा कय व्मक्तव्म लरमे व कपय िीखते-

चिल्राते टदखे कक न्मामऩालरका के भ


द्दे को याजनैनतक यॊग क्मों टदमा जा यहा है | नौ सो ि


हे खा के बफल्री िरी हज

कयने वारी कहावत िरयताथत हो गई |

मटद रोकतॊि के िौथे स्तम्फ का दभ बयते है तो उसके जैसे आियण प्रस्त


त कयते ह


मे ककसी बी याजनेता के

व्मष्ट्क्तगत टिप्ऩणी को टदखने ऩय योक रगा देनी िाटहए थी ऩयन्त


याजनेता के ननजी ट्वीिो ऩय भ


ॉह भायके अक्कर के

ऩेयो के घ


िने भें होने का याज खोरने के अरावा क


छ नहीॊ ककमा |
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