यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
इस मोजना की अॊग्रेजो वारी बाषा भें छोिे अऺयों भें प्रदलशतत होने वारी ़ान


नी डोय से फॊधी शतो को देखेंगे तो ऩामेंग े

कक मह देशव्माऩी मोजना देश के सबी नागरयको के लरए नहीॊ अवऩत


सबी लशक्षऺत रोगो के लरए बी नहीॊ, अवऩत


सबी

लशऺण सॊस्थानों के लरए बी नहीॊ, अवऩत


सबी सयकायी शैऺणणक सॊस्थानों के लरए नहीॊ, अवऩत


सबी प्रदेशो कक उच्ि

स्तयीम शैऺणणक सॊस्थानों के लरए नही, ॊ अवऩत


लसपत औय लसपत केंरीम तकननकी सॊस्थानों के लरए है वो बी छिनी के

फाद फिी कयीफन 60 सॊस्थानों के लरए इसभें बी आगे छिनी फाकक है |

इस मोनमता के तहत उच्ि स्तयीम व ऩी.एि.डी. कयने वारे रोगो को शालभर ककमा गमा है | ष्ट्जन्हे वततभान भें ज


ननमय

रयसि तपेरोलशऩ व सीननमय रयसित पेरोलशऩ दी जाती है | इस रयसित पेरोलशऩ कक यालश 70,000 /- रुऩमे प्रनतभाह स े

80,000 /- प्रनतभाह तक फढ़ा के लसपत "प्रधानभॊिी" नाभ को चिऩकाने का ववऻाऩन खित टदमा जाना प्रतीत होता है |

इसे ववऻान के लसद्ाॊत से सभझे तो ऩ


यी लशऺण प्रणारी जो सॊवैधाननक तौय ऩय यारिऩनत के अॊतगतत िरती है उसे ऩैसो

की रारिी डोय से प्रधानभॊिी की तयप खीॊि राने का वऩजये भें फ़साने का फकया वारा रारि रगता है | इसभें स्ऩरि

नहीॊ है कक इस स्कीभ भें शालभर हो जाने के फाद म


ननवलसतिी जो ग्राॊि देती है वो जायी यहेगी मा फॊद हो जामेगी |

रयसि त भें साभानों व सॊसाधनों ऩय होन े वारे ऩैसो का क्मा होगा..... मह सफ गोरभार है क्मोकक इन प्रकक्रमाओॊ के

कान


न वऩछरी णखड़की से थोऩे जामेगे |

इस मोजना की िमन प्रकक्रमा भें ऻान की ऩयीऺा का नॊफरयॊग स्केर तो है ही ऩयन्त


साऺात्काय बी होगा जो बावी शोध

के फाये भें ऩ


छेगा..... फस बैंस गई ऩानी भें | इस ऩानी भें NDA को बैंस के ननिे दफा डारा | इसके आबाव भें रयसि त

कयने वारे छाि का अऩना नैनतक अचधकाय ड


फ के भय जामेगा | महा ॉNDA का भतरफ "नॉन डडस्क्रोज एग्रीभेंि" होता

है |

आचथतक तौय ऩय सभझे तो ऩामेंगे कक ऻान के सागय को कौडड़मों के बाव खयीदना इस मोजना के ऩीछे सयकायी फाफ


गीयी

का खेर है | महाॉ अन


सन्धान का ऩरयणाभ मा प्रनतपर सॊस्था की प्रॉऩिी होगा व सॊस्था भें सयकाय का ऩ


या शेमय है |

इसभें फौवद्क अचधकाय कबी का ऩानी भें गई बैंस के ननिे ड


फकय भय ि


का है आऩको अबी तक ऩता नहीॊ िरा | अफ

जो कयोडो-अयफो का खेर होगा वो ऩ


या सयकायी है व जनता को नेता के ननिे अहसान जता के कफ देना मह बी रीऩा

व ऩोता जाना होगा |

बायत के आभ नागरयक व छाि जो गाॊवों व छोिे-छोिे शहयों भें यहते है उन्हें अफ ऩिवायी रयसि तपेरोलशऩ, ऩोलरटिकर

साइॊस व याज्मों के तकननकी सॊस्थानों भें ऩढ़ने वारो को ववधामक रयसित पेरोलशऩ औय सासॊ द रयसि त पेरोलशऩ का

इन्तजाय कयना िाटहए |

प्रधानभॊिी रयसित फ़ेरोलशऩ की सोि भें सॊवैधाननक ऩद "प्रधानभॊिी" का जो िैग रगामा गमा है व िैग की क


प्रथा िर

ऩड़ी तो यारि की ऩ


यी शैऺणणक िेन ि


ि-ि


ि कय कडड़मों भें बफखय जामेगी |

इसके आगे द


फाया देश का कोई यारिऩनत हभायी म


ननवलसतिी द


ननमा के िॉऩ 200 भें क्मों नहीॊ का प्रश्न ऩ


छने के फहान े



ये देश क भ्रभण नहीॊ कय ऩामेगा | सयकाय का नमा रक्ष्म द


ननमा की िॉऩ 500 म


ननवलसित ी भें बायत की ककसी बी
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