यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
है व वजीय ऩ


यी याजशाही को अऩने ननमॊिण भें रेकय याजा फन गमा है | इसके लरए लसफ़त वजीय ही दोषी नहीॊ हो

सकता, कहीॊ याजा ही नऩ


ॊशक व फ


वद्हीन हो तो वववश होकय वजीय को यारि-टहत भें कदभ उठाना ऩड़ता हो | इसका

वततभान सभम भें कोई रेना देना नहीॊ है क्मोकक अबी रोकतन्ि है याजतॊि नहीॊ....

नोि:- नोिफॉधी यारिटहत भें है मा नहीॊ इसका कोई वववेिन नहीॊ है मह वैऻाननक-ववश्रेषण लसफ़त नोिफॊदी के तरयके ऩय

आधारयत है औय आजादी के फाद फने सॊवैधाननक ऩदो का तत्वाधान है इसऩय कौन-कौन व्मष्ट्क्त ऩदासीन ह


मे व वततभान

भें कौन है उसका कोई रेना-देना नही ॊहै |

साइॊटिकपक-एनालरलसस ...... ... - -


ववभ



द्रीकयण से कारेधन व भ्रस्िाचाय वारी रेन की ससफ़ष दो-तीन फोगी किी है..... उसका


चरना फॊद नहीॊ ह




ऽफय:- सयकाय ने 500 व 1000 के नोि फॊद कये व उसकी जगह नमे 500 व 2000 के उताये

इस ववभ


रीकयण से कारेधन व भ्रस्िािाय वारी िेन की लसफ़त दो-तीन फोगी किी है वह् तो अफ बी रगाताय उन्ही ॊ

ऩिरयमों ऩय दौड़ यही है ष्ट्जससे काराधन व भ्रस्िािाय ऩैदा होता है | ववऻान की बाषा भें वजन कभ हो जाने से इसकी

यफ्ताय फढ़ गई है रगाताय ख


रे ऩैसो के नाभ से कभीशन रेने, फकैं ों के आगे राइन भें रगने की नौकयी, गयीफों व

भज़द


यों के खातों भें 2.5 राख जभा कयने ऩय प्रबोरन जैसी खफयें प्रभाण के रूऩ भें कभ नहीॊ है | भटहरा व ऩ


रुषों

द्वाया सयेआभ राईन से फोखराके ननन हो जाना इस िेन का ईंसाननमत व साभाष्ट्जक राज-शभत के भागत से उतय जान े

का सॊकेत है |

फड़े नोि फन्द कयने का ननणतम कारेधन, नकरी नोि, घ


सखोयी, जभाखोयी, आतॊकवाद व फॉडयत ऩय तनाव को योकने के

लरए यारिटहत वारा कदभ है ष्ट्जसे कोई नहीॊ नकाय सकता ऩयन्त


इस यारिव्माऩी रहय भें ऩहरे से कहीमो को फता देन े

की खफयों व तकत आधारयत सवार खड़े हो जाने व उन्हे ककसी न्मानमक आधाय ऩय स


रझाने के अरावा याजनैनतक

ऩाटितमों के बफल्रे गरे भें डारें रोगो की त




- भे भें से ननऩिाना यारि की सदीमो ऩ


यानी जड़ों भें नभक डारने से तो

कभ नहीॊ है | मह नभक िाहे 10 रुऩमे से 400 रुऩमे ककरो तक का ही क्मो नहीॊ हो उससे क्मा पकत ऩड़ता है |

रोकतॊि के िायों औय आज फ


याइमों ने झार फनाके इसे कैद कय यखा है | इस झार भें से एक "कारेधन" को खीीँि

ननकारना फह


त ही साहलसक कदभ है ष्ट्जसे ववयरे ही कय सकते है | इस शखनाद भें मह नहीॊ ब


रना िाटहमे की झार

भें ववध्मभान अन्म येश ेउसे आसानी से नहीॊ ननकारने देगें |

अबी तक तो अऩना ऩैसा ड


फा उसका ददत नहीॊ था अवऩत




शी ज्मादा थी कक ऩड़ोसी का ऩैसा जा यहा है व दौरत के

अबाव भें ष्ट्जने वारे रोग नोिों को पेकने कक खफयों से गदगद हो यहे है क्म


ॉकक उनके ष्ट्जने के तरयके ऩय व्मष्ट्क्तवादी

गवत था ऩयन्त


असरी ऩयीऺा अफ होगी जफ उसे रगेगा कक भेया ऩड़ोसी बी आगे राईन भें खड़ा धक्के खा यहा है तफ

जाकय असरी ग


स्सा मा प्रनतकक्रमा फाहय आमेगी......

नमा क्मा है, वो बायत सयकाय के अफ उठामे जाने वारे कदभों ऩय ननबतय कयेगा क्मोकक अथशत ास्ि के ववभ


रीकयण

(Demonetization) लसद्ान्त का प्रमोग कय 500 व 1000 के नोि फन्द कयने कक नीनत 1954 व 1978 भें 1000,


5000 व 10000 के नोिों को फन्द कयके आजभाई जाॊ ि


की है व इसके भाध्मभ से देश भें कारेधन व भ्रस्िािाय को
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