यदि मैं राष्ट्रपति होता!

(Biranishri) #1
सॊसद भें दोनों ऩऺ भौज


द है औय कबी बी एक ऩऺ सत्ता भें नहीॊ यहेगा वो फदरता यहेगा | इसलरए कान


न के भाध्मभ

से क


छ कया तो आगे आने वारे सभम भें द


सया ऩऺ जफ बी प्रफर होगा वो कपय ताकत औय कान


न के नाभ ऩय ऩहर े

वारे का उल्िा कयेगा |

नववें ऩेयेग्राप भें अॊनतभ उऩाम आऩसी लभिता व आभयाम की फात कयी ऩयन्त


इसकी सच्िाई को हभन े इसभें उजगाय

ककमा है कक सबी की धालभकत कट्टयता इतनी ज्मादा है की कोई बी बफि भें अऩना झॊडा रेकय चिल्रा दे तो रोग बफना

सोिे सभझे सफक


छ छोड़छाड़ के उसके ऩीछे हो जाते है | मह ककसी बी सभझौते के 99.99 पीसदी ऩ


या होने ऩय बी हो

जामे तफ बी सफक


छ ऩय ऩानी कपय जाता है |

दसवे ऩेयेग्राप भें हभने इस ववश्रेषण के श


रुवाती खफय के आधाय के होने वारे ऩरयणाभ को फतामा है |

नमायवे ऩेयेग्राप भें हभने सायी सम्बावनो के फाद शेष फिे ववऻान की फात कयी है जो सदैव अन्धववश्वास औय साभष्ट्जक

व धालभतक क


नतमत ों को ऽत्भ कयने के लरए अऩने तकों का इस्तेभार कयता है | इसभें ववऻान की सफसे फड़ी कभजोयी

फताई है कक आज के सबी ववऻान के ध


यॊदय बी इस वववाद को हर नहीॊ कय सकते है क्मोकक वो श


रुवात है बगवान व

अल्राह के नहीॊ होने से कयेंगे | इसलरए इस भागत से बी आशा कयना ननथकत है |

फाहयवें ऩेयेग्राप भें हभने ऩ


यी सभस्मा को सबी तयीको से सभझने के फाद हर ननकारने के लरए क्मा कयना ऩड़ेगा हो

फतामा है | हय सभस्मा एक कऩडे भें ककसी धागे के साभान होती है जो कई साये द


सये धागो से ज


ड़ा यहता है इसलरए

हभन ेअमोध्मा वववाद को हर कयने के लरए साये वततभान ऩहर


को आधाय फना येखॊककत कया है |

तेयवे ऩेयेग्राप भें हभने सभझाने कक कोलशश कयी है कक हय सभस्मा को ऽत्भ कयन ेका उऩाम अऩना - अऩना तयीका

यखता है उसको उसके तयीके से है कय सकते है अन्मथा सफक


छ ननयथतक है | आऩके एक कभेंि को स्ऩरि कयने भें हभें

ककतना सभम रगा वो देखे कपय सोिे जफ राखो-कयोडो सवार औय हय सोि वारे रोग क्रॉस प्रश्न कयेंगे तो उन सफको

कैसे काउॊिय ककमा जामेगा वो बी तो सोिना ऩड़ेगा | हय व्मष्ट्क्त को सॊत


रि कयना ऩड़ेगा व हय ऩहर


को स


रझा के

साथ रेना ऩड़ेगा |

िौदवे ऩेयेग्राप भें हभने उस उऩाम का टहि टदमा है ताकक भेये ऩास अमोध्मा वववाद का हर है उसका प्रभाण बी साभन े

नजय आमे व सायी फािे खारी बाषाणचगयी नहीॊ रगे | हभने हय इन्शान को आगे फढ़ने का भाग तबी टदखामा है कक वो

बी सबी तयप से ननयाश होकय हाय ना भाने औय एक एक सभस्मा को ऩहिान कय उसे हिाते िरे औय उऩाम के

सॊकेत की इस ऩहेरी को स


रझा कय आगे फड़ े...... मह उऩाम हभने टदमा है उसको बी कोई वववाद फना अऩने स्वाथत व

इसको ऽत्भ कयने की ओछी हयकत ना कय ऩामे इसलरए हभने इसे एक भानलसक स


यऺा घेये भें यख टदमा ताकक गरत

तयीके से उऩाम साभने आकय अऩने वज


द को है ऽत्भ ना कयदे | इसके आगे एक लरॊक टदमा है जो ऩ


याने वैऻाननक-

ववश्रेषण का है मह उस भानलसक घेये की िाफी तक रे जाता है |

ऩॊदयवे ऩेयेग्राप भें हभने वततभान को साभने यखा है औय ब


तकार की सबी फातो के फाद ककसे आज के सभम भें आधाय

फनाकय बववरम को लरखा जामे उसे स्ऩरि कया है |

सोरवे ऩेयेग्राप भें हभन े इस अमोध्मा वववाद को स


रझान े के सभम मा उऩाम को साभने यखते सभम कौन - कौन सी

सभस्माए साभने आमेगी औय उन्हें कैसे द


य कया जामेगा उसको स्ऩरि ककमा है |
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