biranishri
(Biranishri)
#1
प्रत्मायोऩ के िक्रव्म
ू
ह भें पस जाते है | इस िक्रव्म
ू
ह से अॊनतभ ननरकष तमही ननकर ऩाता है कक "व्मवस्था भें कभी है
इसे फदरना िाटहए" औय हभ कपय उसी सभस्मा के इन्तजाय भें आगे िर ऩड़ते है कक इस फाय हभ उसके हया देंगे | म
ह तो इनतहास गवाह है कक बफना तैमायी औय कभत के बववरम कैसे िौऩि होता है |
प्रत्मेक नई घिना औय कामतवाही के फाद अन
ु
बवी एवॊ आभ रोगो की तयप से कई स
ु
झाव व सभस्माओ के उऩाम आते
है ऩयन्त
ु
सबी ननरकषो को जोड़ने की कोई कड़ी न होने व सॊवैधाननक अचधकाय के अबाव भें अचधकाॊश अखफायों की यद्दी
के ढेय व िैनर ऩय फहस भें ग
ु
भ हो जाते है | जफकक स्वस्थ रोकतॊि के लरए मह नमे कान
ू
न, व्मवस्था, सयकायी प्रकक्र
मा, न्मानमक प्रकक्रमा को प्रेरयत कय सभम के अन
ु
रूऩ फदराव की श
ु
रुवात तक जाने िाटहए जो कागजी प्रकक्रमा के आधा
य ऩय बी भ
ू
तत रूऩ से टदखे ताकक प्रत्मेक घिना के फाद रोगो को फाय फाय सड़को ऩय न ननकरना ऩड़े | न्माम टदराने
के नाभ ऩय फॊद, प्रदशतन, तोड़पोड़ कयके सयकायी सम्ऩनत को न
ु
कसान ऩह
ु
िाने व उल्िा रोगो को ऩयेशान कयने का लसर
लसरा ऽत्भ हो औय उच्ितभ न्मामारम के आदेशों की ऩरना हो सके |
हभ रोकतॊि के स्तम्बों की फात कये तो रोग इसके स्तम्बों की सॊख्मा िाय फताते है | इसलरए जफ ववधानमका की फात
होती हैतो कैभया सॊसद की तयप घ
ु
भ जाता है | न्मामऩालरका की खफय होती है तो कैभया उच्ितभ न्मामारम की पो
िो मा वीडडमो टदखाकय उसकी ऩ
ु
ष्ट्स्ि कयता है जफकक कामतऩालरका की फात प्रधानभॊिी कामातरम की पोिो मा वीडडमो टद
खाकय ऽत्भ होती है | जफ भीडडमा की फात आती है तो कैभया क
ु
छ नहीॊ टदखाता वह लसपत एक अखफाय, िनै र, वेफसा
इि, येडडमो िैनर, ऩबिका, सॊस्था, कॊऩनी भें फि जाता है |
भीडडमा भें कई एसोलसएशन, सॊगठन व सॊस्थाए है ऩयन्त
ु
मे सबी केवर एक ऺेि ववशेष को इॊचगत कयती है जैसे: अख
फायों का सॊगठन, ऽफयी िैनरों का एसोलसएशन इत्माटद | साभान्म एवॊ भीडडमा से ज
ु
ड़े रोगो की याम जानी जामे तो
सवातचधक प्रनतशत इस फात का ऩऺधय ननकरेगा कक बायतीम ऩिकारयता ऩरयषद् मा प्रेस कॉउष्ट्न्सर ऑफ़ इष्ट्ण्डमा इसका
केंर मा सॊवैधाननक िेहया है | मह लसपत एक आबास भाि है जो तकननकी आधाय ऩय सही नही ॊहै | मह ऩरयषद् लसपत
उतना ही आधाय स्ऩरि कयती है ष्ट्जतना फाय कॉउष्ट्न्सर ऑफ़ इष्ट्ण्डमा का न्मानमक प्रकक्रमा के लरए है | तकननकी आधा
य ऩय बायतीम ऩरयषद् कामतप्रणारी का टहस्सा है जो कामतऩालरका के स्तम्ब के अॊतगतत आता है | इसका कामत भीडडमा
के ऺेि भें व्मवस्थाओ को फनामे यखना व उसको भ
ु
र उद्देश्म औय लसद्ान्तों से बिकने नहीॊ देना है |
"जनसॊदेलशका" के रूऩ भें रोकतॊि का दाॉव तबी सपर हो सकता है जफ उसकी कामतप्रणारी बी उच्ितभ स्तय की सोि
के अन
ु
रूऩ हो | मह ऩ
ु
या तॊि तथाकचथत सयकाय से स्वतन्ि होगा औय न्मामऩालरका की तजत ऩय एक स्वतन्ि फॉडी हो
गी जो भीडडमा के सबी टहस्सों को एक श्
ृ
ॊॅॊख्रा के रूऩ भें जोड़ेगा | जहा कभत के आधाय ऩय रोगो के सन्देश राने वारे
भीडडमाकभी द्वाया सॊकरनका कामत हो सके |
इस िेहये के अध्मऺ की िमन प्रकक्रमा व कामत का ननधातयण भीडडमाकलभमत ों को ही तम कयने देना िाटहए | अबी भें इत
नी सम्बावना व्मक्त कय सकता ह
ु
कक इसके अध्मऺ को शऩथ भाननीम यारिऩनत भहोदम टदरामे औय मे प्रनतभाह अऩ
नी रयऩोित उन्हेंसोऩे | इसके अनतरयक्त कई अचधकाय औय ष्ट्जम्भेदारयमाॉ इस सॊस्था के प्रभ
ु
ख को लभरे इसभें प्रभ
ु
ख तौय
ऩय इस फात का सभावेश हो की वे सीधे तौय ऩय रोकतॊि के द
ू
सये स्तम्बों के प्रभ
ु
खों को अऩनी सॊस्था की रयऩोित के आ
धाय ऩय कामतवाही कयने का अन
ु
योध कय सके | मटद एक सभमावचध के दौयान इनके अन
ु
योध ऩय आगे कामतवाही नहीॊ हो
तो यारिऩनत भहोदम के भाध्मभ से द
ु
फाया बेज कय कामतवाही कयने का अष्ट्न्तभ ननद
े
श सभाटहत हो | इसका कामत खफय
आ जाने के फाद श
ु
रू हो ताकक अबी िर यहीखफय टदखाने की प्रकक्रमा फनी यहेगी |
जनसॊदेलशका फायह भास कामत कये औय इसके कभी तो तयह के प्रनतननचध के रूऩ भें ज
ु
ड़ ेहो | ऩहरे तयह के कभी अ
स्थाई तौय ऩय हो ष्ट्जनका िमन ऩिकायों औय रयऩोितयों की प्रकालशत एवॊ टदखाई गई खफय के आधाय ऩय हो | इस प्रकाय
एक ही भ
ु
द्दे ऩय कई ऩिकायों का सभ
ू
ह ववश्रेषण कय साभ
ू
टहक रयऩोित फनामे | इसकी सभम अवचध एक सप्ताह से अ